×

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट, अमेरिकी टैरिफ चिंताओं का असर

भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को अमेरिकी टैरिफ चिंताओं के चलते गिरावट का सामना किया। सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के साथ, विश्लेषकों ने बाजार की तकनीकी और बुनियादी कमजोरी की ओर इशारा किया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा बिकवाली जारी रहने की संभावना है, जबकि घरेलू निवेशक सक्रिय बने हुए हैं। जानें निफ्टी और सेंसेक्स के प्रदर्शन के बारे में और निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं।
 

शेयर बाजार की शुरुआत

मुंबई: अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी नई चिंताओं के चलते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने नकारात्मक रुख अपनाया। शुरुआती कारोबार में आईटी और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में बिकवाली का सामना करना पड़ा। सुबह लगभग 9:38 बजे, सेंसेक्स 272.30 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,350.96 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 75.60 अंक या 0.31 प्रतिशत की कमी के साथ 24,520.55 पर था।


बाजार की स्थिति

विश्लेषकों का मानना है कि बाजार तकनीकी और बुनियादी दृष्टिकोण से कमजोर बना हुआ है। निफ्टी का लगातार गिरता स्तर तकनीकी रूप से एक नकारात्मक संकेत है। बुनियादी दृष्टिकोण से, वित्त वर्ष 26 के लिए आय में कोई उल्लेखनीय वृद्धि के संकेत नहीं मिल रहे हैं।


विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवादों के कारण बाजार में नकारात्मक माहौल बना हुआ है, जिससे विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा नकदी बाजार में बिकवाली जारी रहने की संभावना है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की निरंतर खरीदारी एक सकारात्मक संकेत है।"


निफ्टी और सेंसेक्स का प्रदर्शन

शुरुआती कारोबार में निफ्टी बैंक 124.90 अंक या 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,396.25 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 226.10 अंक या 0.40 प्रतिशत की कमी के बाद 56,712.20 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 62.85 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,629.80 पर था।


तकनीकी विश्लेषण

चॉइस ब्रोकिंग की तकनीकी एवं डेरिवेटिव विश्लेषक अमृता शिंदे ने बताया कि निफ्टी की शुरुआत कमजोर रही, जिसमें शुरुआती कारोबार में लगभग 225 अंकों की गिरावट आई। हालांकि, इसके बाद इसमें सुधार हुआ और यह पिछले दिन के बंद भाव से ऊपर बंद हुआ। सूचकांक ने एक बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया, जो नई खरीदारी की संभावनाओं को दर्शाता है।


निवेशकों के लिए संकेत

उन्होंने आगे कहा कि तकनीकी दृष्टिकोण से, 24,650 के स्तर से ऊपर बढ़ने पर 24,850 तक की बढ़त संभव है। गिरावट की स्थिति में, तत्काल समर्थन 24,550 और उसके बाद 24,400 पर है, जो नए लॉन्ग पोजीशन के लिए आकर्षक प्रवेश बिंदु हो सकते हैं।


शेयर बाजार के प्रमुख खिलाड़ी

इस बीच, सेंसेक्स में भारती एयरटेल, इंफोसिस, बीईएल, इटरनल और एक्सिस बैंक प्रमुख हानि में थे, जबकि टाइटन, बजाज फाइनेंस, ट्रेंट और बजाज फिनसर्व प्रमुख लाभ में रहे।


विदेशी और घरेलू निवेश

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 7 अगस्त को लगभग 4,997.19 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 10,864.04 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। एशियाई बाजारों में, चीन, जापान और जकार्ता हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि बैंकॉक, सोल और हांगकांग लाल निशान में थे।


अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव

पिछले कारोबारी सत्र में, अमेरिका का डॉव जोंस 224.48 अंक या 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 43,968.64 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 5.06 अंक या 0.08 प्रतिशत की कमी के साथ 6,340 पर और नैस्डैक 73.27 अंक या 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 21,242.70 पर बंद हुआ।