भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी, पांचवे दिन भी लुढ़का
विदेशी निवेशकों की निकासी से बाजार में गिरावट
विदेशी निवेशकों द्वारा निकासी के चलते सेंसेक्स 555.95 और निफ्टी 166.05 अंक गिरा
शेयर बाजार की स्थिति: एशियाई और यूरोपीय बाजारों में गिरावट के प्रभाव के कारण भारतीय शेयर बाजार लगातार पांचवे दिन गिरावट में रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट का मुख्य कारण विदेशी पूंजी की निकासी और अमेरिका की एच1बी वीजा नीति में बदलाव है।
गुरुवार का बाजार प्रदर्शन
गुरुवार को सेंसेक्स 555.95 अंक गिरकर 81,159.68 पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान यह 622.74 अंक तक गिरकर 81,092.89 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 166.05 अंक की गिरावट के साथ 24,890.85 पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में ट्रेंट, पावर ग्रिड, टाटा मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, अडानी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस में गिरावट आई। जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एक्सिस बैंक और भारती एयरटेल में लाभ देखने को मिला।
निफ्टी का मनोवैज्ञानिक स्तर
विशेषज्ञों के अनुसार, निफ्टी 25,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिर गया है, जिससे मंदी का दौर और गहरा हो गया है। वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के कारण निवेशकों का विश्वास कमजोर हुआ है। विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी, रुपये की गिरावट और एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया है।
भारत के विकास की संभावनाएं
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत आने वाले समय में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। उन्होंने बताया कि सभी रेटिंग एजेंसियां भारत की अर्थव्यवस्था के सकारात्मक विकास को लेकर उत्साहित हैं। मेक इन इंडिया की 11वीं वर्षगांठ पर उन्होंने कहा कि यह पहल भारत को वैश्विक विनिर्माण महाशक्ति बनाने में सहायक सिद्ध हुई है।