भारतीय सेना के जवानों द्वारा जासूसी का मामला: पाकिस्तान को दी गई जानकारी
हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें भारतीय सेना के जवानों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान को लीक की। पुलिस ने दो जवानों को हिरासत में लिया है, जो आईएसआई के लिए जासूसी कर रहे थे। इस मामले में 2 लाख रुपये की ऑनलाइन ट्रांसफर की गई राशि भी शामिल है। जानें इस गंभीर मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे के नेटवर्क के बारे में।
Jun 24, 2025, 16:16 IST
भारतीय सेना के जवानों की जासूसी गतिविधियाँ
चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि कुछ भारतीय सेना के जवानों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से संबंधित जानकारी पाकिस्तान को लीक की है। इन जवानों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी की। पुलिस ने गुरप्रीत सिंह और उसके साथी साहिल मसीह को हिरासत में लिया है। पिछले दो महीनों में उन्हें 2 लाख रुपये की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की गई थी। यह रकम गुरप्रीत ने अपने साथी साहिल के बैंक खाते में जमा कराई थी।गुरप्रीत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान कई सैन्य ठिकानों की जानकारी आईएसआई को भेजी थी। अदालत ने दोनों आरोपियों को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है और उन्हें मंगलवार को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह ने जम्मू, दिल्ली कैंट और मेरठ कैंट में अपनी ड्यूटी निभाई है। पुलिस को संदेह है कि वह लंबे समय से आईएसआई एजेंट राणा जावेद के संपर्क में था।
राणा जावेद के माध्यम से उसने जम्मू, दिल्ली, मेरठ और पंजाब के कई सैन्य ठिकानों की जानकारी आईएसआई को दी। आरोपी का पिता गांव के गुरुद्वारा साहिब में सेवादार है। राणा जावेद का संपर्क गांव के ड्रग तस्कर अर्जन से हुआ था, जो वर्तमान में दुबई में रह रहा है। पुलिस ने बताया कि अर्जन को जल्द ही एलओसी जारी की जाएगी। गिरफ्तार किए गए गुरप्रीत सिंह के पिता भी गांव के गुरुद्वारा साहिब में सेवादार हैं। दोनों आरोपी फतेहपुर जेल में बंद हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी अमृतसर में डेरा डाल दिया है। सोमवार शाम को गुरप्रीत और साहिल से जेआईसी में पूछताछ की गई। एजेंसियों को संदेह है कि यह जासूसी मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।