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भारतीय सेना ने कारगिल विजय दिवस पर नई सर्व-शस्त्र ब्रिगेड की घोषणा की

भारतीय सेना ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 'रुद्र' नामक नई सर्व-शस्त्र ब्रिगेड की स्थापना की घोषणा की है। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इस ब्रिगेड के गठन के पीछे के उद्देश्यों और सेना के आधुनिकीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले अब सुरक्षित नहीं रहेंगे। जानें इस महत्वपूर्ण घोषणा के बारे में और अधिक जानकारी।
 

कारगिल विजय दिवस पर नई ब्रिगेड का गठन

कारगिल विजय दिवस: भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर 'रुद्र' नामक एक नई सर्व-शस्त्र ब्रिगेड की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह कदम भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि सेना को 'भविष्य-उन्मुख बल' बनाने के लिए इस ब्रिगेड और विशेष बल इकाइयों का गठन किया जा रहा है।


द्रास में समारोह का संबोधन

द्रास में 26वें कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, जनरल द्विवेदी ने कहा कि 'आज की भारतीय सेना न केवल वर्तमान चुनौतियों का सामना कर रही है, बल्कि यह एक आधुनिक और परिवर्तनकारी बल के रूप में तेजी से आगे बढ़ रही है।' उन्होंने बताया कि 'रुद्र' ब्रिगेड में पैदल सेना, मशीनीकृत इकाइयाँ, बख्तरबंद इकाइयाँ, तोपखाना, विशेष बल और मानव रहित हवाई प्रणाली शामिल होंगी, जिन्हें अनुकूलित रसद और युद्ध समर्थन प्राप्त होगा।


भैरव लाइट कमांडो बटालियन की स्थापना

‘भैरव’ लाइट कमांडो बटालियन

जनरल द्विवेदी ने बताया कि 'भैरव' लाइट कमांडो बटालियन को दुश्मन को सीमा पर प्रभावी जवाब देने के लिए स्थापित किया गया है। हर पैदल सेना बटालियन में अब ड्रोन प्लाटून शामिल हैं, और तोपखाने ने अपनी मारक क्षमता को 'दिव्यास्त्र बैटरियों' और लोइटर म्यूनिशन बैटरियों के माध्यम से बढ़ाया है। इसके अलावा, सेना की वायु रक्षा को स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों से सुसज्जित किया जा रहा है।


पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश

‘आतंकवाद को पनाह देने वाले अब बच नहीं पाएंगे’

जनरल द्विवेदी ने कारगिल विजय दिवस पर पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले अब सुरक्षित नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत का 7 मई का हमला केवल एक जवाब नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का उल्लेख किया, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी।