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भूटान की चेतावनी: उत्तर बंगाल में बाढ़ का खतरा बढ़ा

भूटान ने उत्तर बंगाल के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है, जिससे जलपाईगुड़ी और कूचबिहार में स्थिति गंभीर हो सकती है। दार्जिलिंग में हालात पहले से ही खराब हैं, जहां भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई लोग फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राहत कार्यों की निगरानी करने का आश्वासन दिया है। जानें इस संकट के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

भूटान की चेतावनी उत्तर बंगाल के लिए

भूटान की चेतावनी उत्तर बंगाल के लिए: हाल ही में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित दार्जिलिंग अभी तक सामान्य स्थिति में नहीं आया था कि अब उत्तर बंगाल के लिए एक नई चेतावनी सामने आई है। भूटान ने सूचित किया है कि वांगचू नदी का जल स्तर बांध के ऊपर से बहने लगा है, जिससे बंगाल के विभिन्न जिलों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। राज्य प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है और राहत दलों को सतर्क कर दिया गया है।


भूटान के हाइड्रोलॉजी और मौसम केंद्र की रिपोर्ट

भूटान के नेशनल सेंटर फॉर हाइड्रोलॉजी एंड मेटिरियोलॉजी ने पश्चिम बंगाल सरकार को बताया है कि ताला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के गेट खुल नहीं पा रहे हैं और नदी का पानी बांध के ऊपर से बह रहा है। यह डैम वांगचू नदी पर स्थित है, जो भारत में प्रवेश करने के बाद रायडक नदी कहलाती है और जलपाईगुड़ी तथा कूचबिहार से होते हुए बांग्लादेश में जाती है। भूटान के अधिकारियों ने कहा है कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और भारत को संभावित आपदा के लिए तैयार रहने को कहा गया है।


उत्तर बंगाल में बारिश और जलभराव की स्थिति

उत्तर बंगाल में बारिश और जलभराव की स्थिति: भूटान की चेतावनी ऐसे समय में आई है जब उत्तर बंगाल के कई जिले पहले से ही भारी बारिश से प्रभावित हैं। जलपाईगुड़ी और कूचबिहार के कई क्षेत्रों में जलभराव की समस्या है। दार्जिलिंग और उसके आस-पास भूस्खलन के कारण सड़कें और पुल बह गए हैं, जिससे कई पर्यटक और स्थानीय लोग फंसे हुए हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है।


दार्जिलिंग में तबाही और बाढ़ का खतरा

दार्जिलिंग में तबाही और बाढ़ का खतरा: पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश के कारण दार्जिलिंग में 17 लोगों की जान जा चुकी है। कई पुल टूट गए हैं और सड़कों का संपर्क टूटने से सैकड़ों गांव बाहरी दुनिया से कट गए हैं। भूटान से आई नई चेतावनी ने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है। यदि बांध से निकला पानी बंगाल की ओर बढ़ा, तो जलपाईगुड़ी और कूचबिहार में स्थिति और गंभीर हो सकती है।


राज्य और केंद्र की निगरानी

राज्य और केंद्र की निगरानी: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल दार्जिलिंग का दौरा करेंगी ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि केंद्र सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। पीएम ने एक्स (X) पर लिखा, 'दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जाएगी।'


उत्तर बंगाल की चुनौतियाँ

उत्तर बंगाल की चुनौतियाँ: उत्तर बंगाल इस समय दोहरी मार झेल रहा है। एक ओर लगातार बारिश और भूस्खलन की तबाही है, तो दूसरी ओर भूटान से आई बाढ़ की चेतावनी। प्रशासन के सामने यह चुनौती है कि वह राहत, बचाव और सुरक्षा तीनों मोर्चों पर एक साथ काम करे ताकि किसी भी बड़ी आपदा को रोका जा सके।