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भूस्खलन में श्रद्धालुओं की मौत, वैष्णो देवी यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई

श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए श्रद्धालुओं के लिए एक दुखद समाचार है। अर्धकुवारी के पास भूस्खलन में दो श्रद्धालुओं की जान चली गई और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। राहत कार्य जारी है, जबकि भारी बारिश के कारण यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। प्रशासन ने भक्तों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। जानें इस घटना के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
 

दुर्भाग्यपूर्ण घटना

श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के लिए एक दुखद समाचार सामने आया है। अर्धकुवारी के निकट इंदरप्रस्थ भोजनालय के पास हुए भूस्खलन में दो श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, जब यह घटना हुई, तब वहां 12 से 15 श्रद्धालु मौजूद थे। मृतकों के शवों को कटरा अस्पताल भेजा गया है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें बचाव दल और मशीनरी पूरी तरह से सक्रिय हैं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड स्थिति पर ध्यान दे रहा है और राहत कार्यों का समन्वय कर रहा है।


भारी बारिश के कारण यात्रा पर रोक


रातभर हुई भारी बारिश के चलते, श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्राइन बोर्ड ने वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है। जम्मू के कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का अलर्ट भी जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने केंद्र शासित प्रदेश के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जिसमें खराब मौसम की चेतावनी दी गई है।


प्रशासन की अपील


प्रशासन ने भक्तों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल श्राइन बोर्ड के आधिकारिक चैनलों द्वारा दी गई जानकारी पर भरोसा करें।


जम्मू क्षेत्र में बाढ़ का खतरा


मौसम विभाग ने जम्मू क्षेत्र के कई जिलों, जैसे कठुआ, सांबा, डोडा, जम्मू, रामबन और किश्तवाड़ के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। केंद्र शासित प्रदेश की अधिकांश नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। चिनाब नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे कुछ क्षेत्रों में चिंता बनी हुई है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और बेवजह बाहर न निकलने की सलाह दी है।


डोडा में बादल फटने की घटना


जम्मू क्षेत्र के डोडा जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर बादल फटने की घटनाएँ भी हुई हैं, जिससे नेशनल हाईवे 244 का एक हिस्सा बह गया। डोडा के डीसी हरविंदर सिंह ने बताया कि अचानक आई बाढ़ के कारण तीन लोगों की जान चली गई है - दो गंदोह में और एक थाथरी सब-डिवीजन में। इस आपदा में 15 घर, कई गौशालाएं और एक निजी स्वास्थ्य केंद्र भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा, तीन पैदल पुल भी बह गए हैं।