भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट: 30 स्टेशन और 27 ट्रेनें, 2028 तक पूरा होगा कार्य
भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट का हालिया अपडेट
भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट अपडेट: मध्य प्रदेश में इंदौर मेट्रो के सफल संचालन के बाद, अब सभी की निगाहें भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट पर हैं, जो राज्य के मेट्रो रेल नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा की, जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की गईं। इस समीक्षा में यह भी चर्चा हुई कि मेट्रो प्रोजेक्ट कब तक पूरा होगा, इससे कितने लोगों को लाभ होगा और इसकी कुल लागत क्या होगी।
भोपाल मेट्रो में चलेंगी 27 ट्रेनें
भोपाल मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को नवंबर 2018 में स्वीकृति मिली थी। नवीनतम जानकारी के अनुसार, भोपाल मेट्रो में दो प्रमुख लाइन्स होंगी। एक ऑरेंज लाइन करोंद चौराहा से एम्स साकेत नगर तक जाएगी, जबकि दूसरी ब्लू लाइन भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा तक फैलेगी। कुल मिलाकर, भोपाल मेट्रो की लंबाई लगभग 30 किलोमीटर होगी, जिसमें 30 स्टेशन शामिल हैं, जिनमें से 2 भूमिगत होंगे। प्रारंभ में 3 कोच वाली 27 ट्रेनें संचालित की जाएंगी, और भविष्य में आवश्यकता अनुसार कोचों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। इस प्रोजेक्ट से शहर के 23 लाख से अधिक निवासियों को लाभ मिलेगा।
2028 तक पूरा करने का लक्ष्य
इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 10,033 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इसे राज्य के लोक निर्माण और अन्य संबंधित विभागों द्वारा संयुक्त रूप से पूरा किया जाएगा। राज्य सरकार ने भोपाल मेट्रो के कार्य को जून 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। पहले चरण का कार्य अगस्त 2025 तक पूरा किया जाएगा, जिसमें पुल बोगदा से एम्स तक 8 स्टेशनों का निर्माण शामिल है, जिसकी लंबाई 7 किलोमीटर होगी। दूसरे चरण में 9 किलोमीटर में 6 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसमें 2 भूमिगत स्टेशन होंगे। इसके बाद, तीसरे चरण में भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा तक 14.16 किलोमीटर की दूरी में 14 एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे। पुल बोगदा में दोनों लाइनों का इंटरचेंज स्टेशन भी होगा।