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मतदाता सूची शुद्धिकरण: केशव मौर्य का बयान लोकतंत्र की मजबूती पर

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मतदाता सूची के शुद्धिकरण को लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक पवित्र यज्ञ बताया है। उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि SIR प्रक्रिया से मतदाताओं में खुशी की लहर है। जानें इस विषय में और क्या कहा मौर्य ने।
 

मतदाता सूची के शुद्धिकरण का महत्व

लखनऊ। देश के विभिन्न राज्यों में SIR प्रक्रिया का कार्य चल रहा है, जिसके चलते विपक्षी दलों के नेताओं ने कई सवाल उठाए हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए एक पवित्र यज्ञ है।

उत्तर प्रदेश में 2027 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और इससे पहले 2026 में पंचायत चुनाव भी होंगे। इसी संदर्भ में प्रदेश में SIR प्रक्रिया की शुरुआत की गई है। विपक्ष के नेताओं ने इस प्रक्रिया को लेकर कई चिंताएं व्यक्त की हैं। कांग्रेस के नेताओं ने इस विषय पर एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की है, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई।

केशव मौर्य ने आगे कहा कि SIR पर सवाल उठाने वाले नेता अब जनता की नजर में खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि SIR के बाद मतदाताओं में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।