मध्य प्रदेश में प्रेम-प्रसंग के चलते हुई हत्या: क्या है सच्चाई?
मध्य प्रदेश में हत्या का सनसनीखेज मामला
MP Crime News: मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के सकरिया गांव में एक हत्या की घटना ने सभी को चौंका दिया है। गांव के एक कुएं से बोरियों और कंबलों में लिपटा हुआ शव मिला है, जिसने एक प्रेम संबंध, विश्वासघात और खतरनाक साजिश की कहानी को उजागर किया है। मृतक की पहचान 60 वर्षीय भैयालाल रजक के रूप में हुई है। उनकी जटिल वैवाहिक स्थिति और तीसरी पत्नी के अवैध संबंधों ने उनकी जान ले ली। यह मामला एक बार फिर दर्शाता है कि रिश्तों के पीछे छिपी साजिशें कितनी भयानक हो सकती हैं। पुलिस ने 36 घंटे के भीतर इस हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए बताया कि इसके पीछे भैयालाल की पत्नी और उसका प्रेमी शामिल थे।
भैयालाल की जटिल वैवाहिक जिंदगी
भैयालाल रजक की निजी जिंदगी बेहद जटिल थी। उन्होंने तीन शादियां की थीं। उनकी पहली पत्नी उन्हें छोड़ चुकी थीं। दूसरी पत्नी गुड्डी बाई के साथ संतान नहीं होने के कारण उन्होंने गुड्डी की छोटी बहन मुन्नी उर्फ विमला से विवाह किया। मुन्नी से उन्हें दो संतानें हुईं, लेकिन शादी के बाद मुन्नी का एक स्थानीय प्रॉपर्टी डीलर नारायण दास कुशवाहा के साथ प्रेम संबंध शुरू हो गया, जो बाद में एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया।
हत्या की साजिश का खुलासा
पुलिस के अनुसार, मुन्नी और लल्लू के बीच अवैध संबंध इतने गहरे हो गए थे कि उन्होंने भैयालाल को खत्म करने की योजना बना ली। इसके लिए उन्होंने 25 वर्षीय मजदूर धीरज कोल को शामिल किया। 30 अगस्त की रात, जब भैयालाल अपने घर में सो रहे थे, तब रात लगभग 2 बजे लल्लू और धीरज ने लोहे की रॉड से उनके सिर पर वार किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद उन्होंने शव को बोरे और कंबल में लपेटकर पास के कुएं में फेंक दिया।
शव की बरामदगी
घटना के अगले दिन, गुड्डी बाई ने कुएं में कुछ अजीब देखा। जब उन्होंने पास जाकर देखा, तो वहां बंधा हुआ शव दिखाई दिया, जिससे गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुएं को खाली कराया और शव के साथ मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि भैयालाल की मौत सिर में गंभीर चोट लगने के कारण हुई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 36 घंटे के भीतर इस हत्या की गुत्थी सुलझा ली। पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने प्रेस को बताया कि भैयालाल का शव कुएं में बोरियों से बंधा मिला था। उनकी तीन शादियां हुई थीं और तीसरी पत्नी मुन्नी के नारायण दास कुशवाहा से अवैध संबंध थे। उन्होंने मजदूर धीरज कोल के साथ मिलकर भैयालाल की हत्या की और शव कुएं में फेंक दिया। मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है।
समाज में उठे सवाल
इस दिल दहला देने वाली घटना ने न केवल गांव को दहशत में डाल दिया है, बल्कि समाज में रिश्तों के बदलते स्वरूप और उनकी नीयत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भैयालाल की हत्या प्रेम, विश्वासघात और लालच की एक भयावह कहानी है, जो यह दर्शाती है कि कभी-कभी अपने ही सबसे बड़े दुश्मन बन जाते हैं।