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मध्य प्रदेश में बाढ़ राहत कार्यों की निगरानी करते मुख्यमंत्री मोहन यादव

मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहत कार्यों की निगरानी करते हुए नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कलेक्टर्स को साहसिक कार्य करने वाले नागरिकों को सम्मानित करने का निर्देश दिया है। प्रदेश में 2,900 बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित निकाला गया है। जानें और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

बाढ़ की स्थिति और राहत कार्य

भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बाढ़ की स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तैयारी की है। उन्होंने कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि ऐसे समय में जिन नागरिकों ने साहसिक कार्य किए हैं, उनके नाम बताएं ताकि उन्हें 15 अगस्त को सम्मानित किया जा सके। पिछले 48 घंटों से जारी मानसूनी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न कर दिए हैं। इस स्थिति को देखते हुए होमगार्ड और पुलिस के गोताखोर तैनात किए गए हैं, और सभी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा, सेना के हेलीकॉप्टर भी राहत कार्य में मदद के लिए भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री ने आज भोपाल में होमगार्ड के बाढ़ आपदा केंद्र का निरीक्षण किया और बचाव कार्यों की प्रगति की जानकारी ली।


मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से चर्चा करते हुए उन जिलों के कलेक्टर्स से बात की जहां बाढ़ की स्थिति गंभीर है। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी अप्रिय स्थिति की सूचना मिलने पर तुरंत सहायता पहुंचाई जाए। मीडिया से बातचीत में, उन्होंने बताया कि अत्यधिक वर्षा के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है। गुना में 27 घंटे में 12 इंच और भोपाल में 7 इंच बारिश हुई है। कई अन्य जिलों से भी भारी बारिश की सूचना मिली है। उन्होंने राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और रेस्क्यू दल से भी बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालात तनावपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि हमारे जवान पूरी तत्परता से काम कर रहे हैं। पिछले 24 घंटों में, हमने रीवा, गुना, दमोह, अशोकनगर, शिवपुरी आदि जिलों से लगभग 2,900 बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित निकाला है और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से सतर्क रहने और अपनी तथा दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखने की अपील की। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए रक्षा मंत्रालय से हेलीकॉप्टर की मांग की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर आपदा पीड़ित के साथ खड़ी है और लोगों से अपील की कि जहां भारी बारिश हो रही है, वहां केवल आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें और घबराएं नहीं।