मनीष कश्यप ने भाजपा छोड़ी, बिहार की समस्याओं के लिए लड़ने का लिया संकल्प
मनीष कश्यप का भाजपा से अलगाव
बिहार में आगामी चुनावों से पहले, प्रसिद्ध यू-ट्यूबर मनीष कश्यप ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने फेसबुक लाइव के माध्यम से यह घोषणा की कि "मैं अब भाजपा का सदस्य नहीं हूं।"
कश्यप ने पिछले साल अप्रैल में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। उन्होंने फेसबुक लाइव पर कहा, "मैं अपने गांव चनपटिया गया था और कई क्षेत्रों में जाकर लोगों से बातचीत की। इसके बाद मैंने यह निर्णय लिया है कि मुझे बिहार के लिए और बिहारियों के लिए लड़ना है।"
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी में रहते हुए भी उन्होंने बिहार की समस्याओं को उठाने की कोशिश की, लेकिन अब उन्हें लगता है कि पार्टी में रहकर वे लोगों की आवाज को सही तरीके से नहीं उठा पाएंगे। उन्होंने कहा, "इस निर्णय से कुछ लोग खुश होंगे और कुछ दुखी, लेकिन मुझे मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा।"
कश्यप ने कहा कि कुछ नेता उन्हें महत्वाकांक्षी मानते थे, लेकिन अगर ऐसा होता तो वे 2024 का चुनाव लड़कर भाजपा का खेल बिगाड़ते।
उन्होंने यह भी कहा कि जब वे खुद की मदद नहीं कर पा रहे थे, तो दूसरों की मदद कैसे कर सकते थे। अब उन्होंने निर्णय ले लिया है और किसी न किसी प्लेटफॉर्म की तलाश करेंगे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने का वादा किया।
चुनाव लड़ने के बारे में चर्चा करते हुए, कश्यप ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए है। उन्होंने कहा, "मैं उस कुर्सी के खिलाफ हूं, जहां लोग लूट रहे हैं। गरीब लोग कहां जाएं?" उन्होंने यह भी कहा कि वे हमेशा मर्यादा में रहेंगे।
बेतिया जिले के निवासी मनीष कश्यप तब चर्चा में आए थे जब उन्हें फर्जी वायरल वीडियो मामले में गिरफ्तार किया गया था। वे एक सफल यूट्यूबर के रूप में जाने जाते हैं।