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मनोज तिवारी ने एमएस धोनी पर लगाए गंभीर आरोप

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एमएस धोनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उन्हें धोनी का समर्थन नहीं मिला। तिवारी ने अपने करियर की कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि धोनी ने कुछ खास खिलाड़ियों को ही प्राथमिकता दी। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के बावजूद मौके न मिलने की बात भी की। जानें तिवारी के अनुभव और धोनी से उनके सवाल क्या हैं।
 

मनोज तिवारी का धोनी पर आरोप

मनोज तिवारी और एमएस धोनी: भारतीय क्रिकेट के महानतम कप्तानों में से एक एमएस धोनी की प्रशंसा विश्वभर में होती है। लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो धोनी पर आरोप लगाते रहे हैं कि उन्होंने उनके करियर को खत्म किया। इनमें पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी का नाम भी शामिल है। तिवारी ने धोनी पर आरोप लगाया है कि उन्हें धोनी पसंद नहीं करते थे।


तिवारी का करियर और उपलब्धियां

मनोज तिवारी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की कठिनाइयों का जिक्र करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 19,000 से अधिक रन बनाए हैं, जिसमें 36 शतक शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने फर्स्ट क्लास, लिस्ट ए और टी20 में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है।


धोनी पर सवाल उठाते हुए तिवारी

तिवारी ने अपने करियर में कई बार अपनी प्रतिभा साबित की है। 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक वनडे में उन्होंने शानदार शतक बनाया, जिससे भारत ने सीरीज 4-1 से जीती। इसके बाद, 2012 में श्रीलंका के खिलाफ उनकी चार विकेट की गेंदबाजी ने भारत को 6 विकेट से जीत दिलाई।


तिवारी ने क्रिकट्रैक्टर से बातचीत में कहा, “मुझे नहीं पता कि मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ। शायद धोनी को मैं पसंद नहीं था। कुछ विशेष खिलाड़ियों को उन्होंने पूरा समर्थन दिया, लेकिन मुझे ऐसा मौका नहीं मिला।” तिवारी का मानना है कि अगर उन्हें धोनी का समर्थन मिला होता, तो उनका करियर अलग होता।


धोनी की प्रशंसा करते हुए तिवारी

तिवारी ने कहा, “हर कोई धोनी को पसंद करता है। उनकी कप्तानी और नेतृत्व ने भारत को कई बार गर्व दिलाया है। लेकिन मेरे मामले में कुछ अलग था। मुझे लगता है कि वह कुछ खास खिलाड़ियों को अधिक पसंद करते थे और उन्हें पूरा समर्थन देते थे। यह सवाल केवल धोनी ही जवाब दे सकते हैं कि मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ।”


धोनी से सवाल पूछने की इच्छा

तिवारी ने बताया कि उन्हें आज तक यह समझ नहीं आया कि उनके बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उन्हें लगातार मौके क्यों नहीं मिले। उन्होंने कहा, “मैंने कभी धोनी, कोच डंकन फ्लेचर या चयनकर्ताओं से यह सवाल नहीं पूछा कि मुझे मौके क्यों नहीं मिले। लेकिन अगर कभी धोनी से मुलाकात हुई, तो मैं जरूर पूछूंगा कि मेरे शतक के बाद भी मुझे मौका क्यों नहीं दिया गया।”