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महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का रम्मी खेलते वीडियो हुआ वायरल

महाराष्ट्र के कृषि राज्य मंत्री माणिकराव कोकाटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह विधानसभा में रम्मी खेलते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर विपक्ष ने उन पर सवाल उठाए हैं। कोकाटे ने इस पर सफाई दी है कि यह किसी साथी द्वारा डाउनलोड किया गया था। जानें उनके राजनीतिक सफर, शिक्षा और हालिया कानूनी विवाद के बारे में।
 

माणिकराव कोकाटे का वायरल वीडियो

महाराष्ट्र विधानसभा समाचार: महाराष्ट्र विधानसभा में रविवार को कृषि राज्य मंत्री माणिकराव कोकाटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसमें वह स्मार्टफोन पर रम्मी खेलते नजर आ रहे हैं। माणिकराव, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार गुट से विधायक हैं, के इस वीडियो को शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार ने साझा किया। वीडियो में यह आरोप लगाया गया है कि मंत्री कोकाटे विधानसभा में फोन पर गेम खेल रहे हैं, जबकि उनके पास कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं है। हालांकि, मंत्री ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि यह किसी साथी द्वारा डाउनलोड किया गया होगा और वह केवल यह देख रहे थे कि निचले सदन में क्या हो रहा है।


शिक्षा और राजनीतिक करियर

शिक्षा की पृष्ठभूमि


माणिकराव कोकाटे का जन्म 26 सितंबर 1957 को महाराष्ट्र के नासिक जिले में हुआ। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से बीएससी और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है। वर्तमान में, वह एनसीपी (अजित पवार गुट) के टिकट पर सिन्नर विधानसभा से विधायक हैं और उन्होंने इस क्षेत्र से पांच बार चुनाव जीते हैं। वर्तमान में, वह महाराष्ट्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।


राजनीतिक यात्रा

राजनीति में प्रवेश


माणिकराव कोकाटे ने युवा अवस्था में ही राजनीति में कदम रखा। उन्होंने पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर अपने करियर की शुरुआत की। 1999 में, उन्होंने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जॉइन की, लेकिन उन्हें सिन्नर सीट से टिकट नहीं मिला। इसके बाद, उन्होंने शिवसेना में शामिल होकर 1999 और 2004 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। बाद में, नारायण राणे के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। 2009 में, उन्हें सिन्नर सीट से विधायकी का टिकट मिला और उन्होंने तीसरी बार जीत दर्ज की। 2014 में, बीजेपी में शामिल होने के बाद, वह शिवसेना के प्रत्याशी से हार गए। 2019 में, उन्होंने नासिक सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन फिर से असफल रहे।


कानूनी विवाद

सजा का मामला


इस साल फरवरी में, कोकाटे को नासिक की एक अदालत ने धोखाधड़ी के मामले में दो साल की सजा सुनाई थी, साथ ही उन पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। उन पर 1995 में जालसाजी का आरोप लगा था, जिसमें यह कहा गया था कि उन्होंने सीएम से दो फ्लैट इस बहाने लिए थे कि उनके पास आवास नहीं है। इस मामले में कुल चार आरोपी थे, जिनमें माणिकराव कोकाटे और उनके भाई शामिल थे।