महाराष्ट्र में अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ व्यापारियों का एकजुटता अभियान
स्वदेशी सामान, हमारा अभिमान: व्यापारियों की पहल
भारतीय उद्योग इस समय अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव में है। केंद्र सरकार ने भी स्वीकार किया है कि अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ का निर्यात पर नकारात्मक असर पड़ा है। वर्तमान में, अमेरिका ने 25 प्रतिशत टैरिफ लागू किया है, जिससे कुल निर्यात का 55 प्रतिशत प्रभावित हो चुका है।
इस स्थिति का सामना करने के लिए, महाराष्ट्र के व्यापारिक संगठनों ने एकजुट होकर 'स्वदेशी सामान, हमारा अभिमान' अभियान की शुरुआत की है। सभी छोटे और बड़े कारोबारी संगठन इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ आए हैं।
प्रमुख उत्पाद क्षेत्रों पर प्रभाव
टैक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलरी और फूड प्रोसेसिंग जैसे निर्यात पर निर्भर क्षेत्रों में टैरिफ का असर स्पष्ट हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी सामानों की खरीदारी करने का आग्रह किया है, जिससे स्थानीय कारोबार को लाभ मिले। रमणीक छेड़ा, जो कंफेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुंबई चेयरमैन हैं, ने कहा कि कुछ बड़े देश भारत की आर्थिक वृद्धि को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए हमें सावधान रहना चाहिए और स्वदेशी सामानों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "देश का पैसा देश में ही लगाना चाहिए और सभी कारोबार की गति को बढ़ाने की आवश्यकता है। 'वोकल फॉर लोकल' केवल एक नारा नहीं है, बल्कि इसे वास्तविकता में बदलना होगा।"
व्यापारियों की बैठक का आयोजन
आज मुंबई में सभी व्यापारियों और संगठनों की एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक में विदेशी कंपनियों के बढ़ते ऑनलाइन कारोबार, स्थानीय खुदरा व्यापारियों की स्थिति और स्वदेशी सामानों की खरीदारी को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं से अपील करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।