महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी का संकट: उद्धव और राज ठाकरे का तालमेल
महाविकास अघाड़ी का मामला जटिल
महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी की स्थिति अब जटिल होती जा रही है। कांग्रेस पार्टी पहले से ही इस बात से असंतुष्ट है कि उद्धव ठाकरे अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के साथ बृहन्नमुंबई महानगरपालिका चुनाव में सहयोग की चर्चा कर रहे हैं। उद्धव को यह अच्छी तरह से पता है कि बीएमसी का चुनाव राज ठाकरे के बिना जीतना संभव नहीं है, खासकर जब भाजपा इस बार पूरी ताकत से मुकाबला कर रही है। इसलिए, उन्होंने राज ठाकरे के साथ एक प्रकार से सहयोग को अंतिम रूप दे दिया है।
हालांकि, कांग्रेस अभी राज ठाकरे के साथ खड़ा होना नहीं चाहती, क्योंकि बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और वहां राज ठाकरे की छवि प्रवासी विरोधी मानी जाती है, जो कांग्रेस के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
इस बीच, यह भी खबर आई है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कांग्रेस को एक पत्र भेजा है, जिसमें राज ठाकरे को महाविकास अघाड़ी में शामिल करने का आग्रह किया गया है। लेकिन संजय राउत ने इस पत्र के अस्तित्व से इनकार किया है। सवाल यह उठता है कि यदि राज ठाकरे के साथ तालमेल होता है, तो क्या उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बनेगी? जानकार सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस इस बात को पसंद नहीं कर रही है और उन्हें विपक्षी गठबंधन में शामिल नहीं करना चाहती। इस स्थिति में, यह संभावना है कि उद्धव और राज ठाकरे बीएमसी चुनाव में कांग्रेस को छोड़कर लड़ें।