×

महिला वनडे विश्व कप 2025: पहली बार सभी महिला अंपायर और रेफरी

महिला वनडे विश्व कप 2025 में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है, जिसमें सभी अंपायर और रेफरी महिलाएं होंगी। यह पहली बार है जब महिला अधिकारियों की पूरी टीम इस टूर्नामेंट में भाग लेगी। ICC के चेयरमैन जय शाह ने इसे महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया है। इस कदम से न केवल खेल में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा। जानें इस निर्णय के पीछे की कहानी और महिला अधिकारियों की सूची।
 

महिला वनडे विश्व कप 2025 का ऐतिहासिक निर्णय

महिला वनडे विश्व कप 2025: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 2025 में भारत में आयोजित होने वाले महिला वनडे विश्व कप के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस बार सभी अंपायर और रेफरी महिलाएं होंगी। यह पहली बार है जब महिला वनडे विश्व कप में पूरी तरह से महिला अधिकारियों की भागीदारी होगी। 30 सितंबर से शुरू होने वाले इस 31 मैचों के टूर्नामेंट में 18 महिला अधिकारी शामिल होंगी, जिनमें 14 अंपायर और 4 रेफरी शामिल हैं।


महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़

ICC ने इस निर्णय को महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया है। यह कदम पिछले दो महिला टी20 विश्व कप और 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में देखे गए रुझानों को और मजबूत करता है, जहां महिला अधिकारियों ने अपनी भूमिका निभाई थी। ICC के चेयरमैन जय शाह ने इसे 'महिला क्रिकेट की यात्रा में एक निर्णायक पल' करार दिया। उन्होंने कहा, "यह न केवल एक बड़ा कदम है बल्कि यह ICC की लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।"


महिला अधिकारियों की सूची

कौन हैं ये महिला अधिकारी?

इस विश्व कप में अनुभवी महिला अंपायर जैसे क्लेयर पोलोसाक, जैकलीन विलियम्स और सू रेडफर्न तीसरी बार भाग लेंगी। इसके अलावा, 2022 के फाइनल में अंपायरिंग करने वाली लॉरेन एजेनबैग और किम कॉटन भी इस बार मैदान पर होंगी। एलोइस शेरिडन, जो पिछले टूर्नामेंट का हिस्सा थीं, भी इस सूची में शामिल हैं। रेफरी पैनल में भारत की जीएस लक्ष्मी के साथ ट्रूडी एंडरसन, शैंड्रे फ्रिट्ज और मिशेल परेरा शामिल हैं.


महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत

महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत

यह कदम केवल प्रतीकात्मक नहीं है बल्कि यह महिलाओं को क्रिकेट में नेतृत्व और अवसर प्रदान करने की दिशा में एक ठोस कदम है। जय शाह ने कहा, "यह कदम भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगा। यह दिखाता है कि क्रिकेट में नेतृत्व और प्रभाव लिंग से परे है।" महिला अधिकारियों की यह टीम न केवल खेल को निष्पक्ष रूप से संचालित करेगी बल्कि युवा लड़कियों को यह संदेश भी देगी कि वे भी इस खेल में बड़े मुकाम हासिल कर सकती हैं.