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मानसून की बारिश से बाढ़ की स्थिति, कई राज्यों में अलर्ट

भारत में मानसून की बारिश ने कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति को गंभीर बना दिया है। उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में बाढ़ का संकट है, जबकि अन्य राज्यों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जानें किस-किस क्षेत्र में बारिश का अलर्ट है और प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में।
 

मौसम अपडेट

मानसून की बारिश के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को प्रभावित किया है। कई मार्ग बंद होने के कारण बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य जारी है। गंगा, यमुना, कोशी और रामगंगा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। उत्तर प्रदेश के सैकड़ों गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है, और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उत्तराखंड में भी बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है.


भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और कोंकण में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा, केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. नागालैंड, त्रिपुरा और चंडीगढ़ में भी भारी बारिश की संभावना है। असम, मेघालय, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी बारिश की चेतावनी दी गई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में भी भारी बारिश हो सकती है.


अन्य क्षेत्रों में बारिश

आईएमडी ने अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, सिक्किम, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की आशंका जताई है। राजस्थान, ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात और गोवा में भी बारिश हो सकती है। गोवा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में बारिश लोगों के लिए समस्या बन सकती है। तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और दादरा और नगर हवेली में भी बारिश जीवन की गति को प्रभावित कर सकती है.


उत्तर प्रदेश में बाढ़ का संकट

उत्तर प्रदेश के 24 जिले बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं, जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है। मुरादाबाद और बिजनौर के कई गांवों और कस्बों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। काशी और प्रयागराज में स्थिति अभी भी चिंताजनक है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। प्रशासन ने बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां दवाइयां, भोजन, बिजली और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.