×

मानसून की विदाई: यूपी में बारिश से 22 लोगों की मौत, जानें आगे का मौसम

इस साल का मानसून अब समाप्त हो गया है, लेकिन इसकी विदाई ने उत्तर प्रदेश में भारी तबाही मचाई है। बीते 24 घंटों में बिजली गिरने से 22 लोगों की जान चली गई, जिसमें कानपुर सबसे प्रभावित रहा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है। जानें इस मानसून के दौरान देशभर में हुई बारिश और इसके प्रभाव के बारे में।
 

मौसम अपडेट

Weather Update: देशभर में चार महीने तक राहत और कभी-कभी संकट लाने वाला मानसून अब समाप्त हो गया है। भारतीय मौसम विभाग ने इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी है। विदाई से पहले सोमवार को हुई भारी बारिश ने गर्मी और उमस से परेशान लोगों को थोड़ी राहत दी, लेकिन कई स्थानों पर यह बारिश जानलेवा साबित हुई।


यूपी में 22 लोगों की जान गई

सोमवार से शुरू हुई पूर्वांचल की बारिश मंगलवार तक मध्य और पश्चिमी यूपी तक पहुंच गई। इस दौरान बिजली गिरने से 22 लोगों की जान चली गई। सबसे अधिक 14 मौतें कानपुर और उसके आसपास के जिलों में हुईं। प्रयागराज, श्रावस्ती, हाथरस, अलीगढ़, बांदा, मथुरा और फिरोजाबाद में भी वज्रपात से कई लोगों की जान गई। संभल जिले में एक स्कूल पर बिजली गिरने से छत ढह गई, जिसमें छह विद्यार्थी घायल हो गए।


अगले 24 घंटे का मौसम पूर्वानुमान

अगले 24 घंटे का मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में अंडमान-निकोबार में मध्यम से भारी वर्षा जारी रह सकती है। इसके अलावा, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और कोंकण-गोवा में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, मराठवाड़ा, केरल और लक्षद्वीप में भी हल्की वर्षा हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर में भी विदाई मानसून की अंतिम फुहार देखने को मिल सकती है।


किसानों को भारी नुकसान

किसानों को भारी नुकसान

बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं ने फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। कई जिलों में बाजरा, आलू और सरसों जैसी फसलें प्रभावित हुईं। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार तक मध्य और पूर्वी यूपी के लगभग सभी जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।


देशभर में सामान्य से अधिक बारिश

देशभर में सामान्य से अधिक बारिश

भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष देशभर में सामान्य से 8% अधिक वर्षा हुई है। सामान्यतः 868.6 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार 937.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

हालांकि, इस अतिरिक्त बारिश ने कई स्थानों पर बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं को जन्म दिया। आंकड़ों के अनुसार, इस मानसून सीजन में लगभग 1500 लोगों की मौत हुई, जिनमें 935 लोग बाढ़ और भारी बारिश से, जबकि 570 लोग वज्रपात से मारे गए।