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मारुति सुजुकी की कारों की बुकिंग में रिकॉर्ड वृद्धि

मारुति सुजुकी ने हाल ही में नवरात्रि के दौरान कारों की बिक्री और बुकिंग में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। जीएसटी में कटौती के चलते ग्राहकों में कार खरीदने की रुचि बढ़ी है। इस साल पहले आठ दिनों में ही 1.65 लाख गाड़ियां बेची गईं, और दशहरा तक यह संख्या 2 लाख तक पहुंच गई। 2.5 लाख लोगों ने कारों की बुकिंग की है, जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है। जानें इस सफलता के पीछे के कारण और छोटी कारों की बढ़ती मांग के बारे में।
 

मारुति सुजुकी कार बुकिंग

मारुति सुजुकी कार बुकिंग: भारत की प्रमुख कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी पिछले एक दशक में कई अनुभवों से गुजरी है। हाल ही में जीएसटी में कमी के चलते कारों की कीमतों में गिरावट आई है, जिससे ग्राहकों में कार खरीदने की रुचि बढ़ी है। यही वजह है कि कंपनी ने बिक्री, बुकिंग और निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है।


इस साल नवरात्रि के पहले आठ दिनों में, मारुति सुजुकी ने 1.65 लाख गाड़ियां बेचीं। दशहरा तक यह संख्या 2 लाख तक पहुंच गई। पिछले साल की तुलना में यह एक बड़ी उपलब्धि है, जब कंपनी ने इसी समय में लगभग 1 लाख गाड़ियां बेची थीं।


2.5 लाख लोगों ने की कार बुकिंग

सेल्स के साथ-साथ कार बुकिंग भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। 2.5 लाख ग्राहकों ने मारुति सुजुकी की कारों की बुकिंग की है, जो पहले से कहीं अधिक है। मारुति सुजुकी के सेल्स और मार्केटिंग प्रमुख पार्थो बनर्जी ने कहा, "इस त्योहारी सीजन में मांग पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है। यह दर्शाता है कि जीएसटी में कटौती के बाद लोग कार खरीदने के लिए अधिक सकारात्मक हैं।"


गौरतलब है कि सरकार ने अगस्त में जीएसटी में कटौती की थी, जिससे कारों की कीमतें कम हुईं। जैसे ही कारें सस्ती हुईं, लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी। मारुति का निर्यात भी 50% बढ़कर लगभग 42,000 यूनिट हो गया है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, मारुति के कर्मचारी रविवार और छुट्टियों में भी काम कर रहे हैं।


जल्दी कार डिलीवरी के लिए प्रयास

जल्दी कार डिलीवरी करने के लिए हो रही मेहनत: कार डीलर और वित्तीय कंपनियां तेजी से डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। पहले, मारुति को प्रतिदिन लगभग 10,000 बुकिंग मिलती थीं, जो अब बढ़कर लगभग 18,000 बुकिंग प्रतिदिन हो गई हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि यह मांग केवल बड़े शहरों से नहीं, बल्कि छोटे शहरों से भी आ रही है।


छोटी कारों की मांग में वृद्धि

छोटी कारों की मांग में बढ़ोतरी: जीएसटी में कमी के कारण छोटी कारों की बिक्री पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई है। बड़े शहरों में यह वृद्धि लगभग 35-40% है, जबकि छोटे शहरों में यह और भी अधिक है।