मुंबई मेट्रो के 11 साल: यात्रा की सफलता और पर्यावरण संरक्षण में योगदान
मुंबई मेट्रो का 11वां वर्ष
मुंबई मेट्रो का जश्न: मुंबई ने अपनी पहली मेट्रो लाइन, वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर कॉरिडोर (मेट्रो वन) के 11 साल पूरे होने का जश्न मनाया। यह मेट्रो लाइन 8 जून 2014 को शुरू हुई थी और अब यह शहर के प्रमुख पूर्व-पश्चिम मार्गों में से एक बन चुकी है। मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड (एमएमओपीएल) के अनुसार, इस 11.8 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर ने अब तक 111 करोड़ से अधिक यात्रियों को सुविधाजनक परिवहन प्रदान किया है।
मेट्रो वन के 12 स्टेशनों में घाटकोपर सबसे अधिक व्यस्त रहा, जहां 30 करोड़ से अधिक यात्रियों ने यात्रा की। इसके बाद अंधेरी में 23 करोड़ और साकी नाका में 11 करोड़ यात्रियों ने इस सेवा का लाभ उठाया। कार्यदिवसों में औसतन 5 लाख यात्री इस मेट्रो का उपयोग करते हैं, जिसमें अधिकतम 5.47 लाख यात्रियों का रिकॉर्ड भी शामिल है।
1.45 करोड़ किलोमीटर की यात्रा
मेट्रो वन ने 12.6 लाख से अधिक ट्रेन यात्राएं पूरी की हैं, जिसमें 1.45 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय की गई है। इस दौरान 99.99% समय की पाबंदी और 99.96% ट्रेन उपलब्धता बनाए रखी गई है, जो इसकी परिचालन दक्षता को दर्शाता है। एमएमओपीएल ने घाटकोपर और अंधेरी के बीच लघु-लूप सेवाएं शुरू की हैं, जिससे व्यस्ततम खंडों पर क्षमता में वृद्धि हुई है।
बेहतर कनेक्टिविटी और समय की बचत
वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर कॉरिडोर का अन्य मेट्रो लाइनों जैसे लाइन 2ए (डीएन नगर), लाइन 7 (वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे), और लाइन 3 (मरोल नाका) के साथ एकीकरण ने शहर की कनेक्टिविटी को और मजबूत किया है। इससे यात्रियों का समय बचा है और यात्रा अधिक सुविधाजनक हुई है।
पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी
मेट्रो वन ने पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह हर साल 67,000 टन से अधिक CO₂ उत्सर्जन को कम करने में सहायक रही है, जो 3 मिलियन से अधिक पेड़ लगाने के बराबर है। पुनर्योजी ब्रेकिंग, ऊर्जा-कुशल ट्रेनें, और सौर-संचालित बुनियादी ढांचे जैसी स्थायी विशेषताओं ने इसकी हरित पहचान को और मजबूत किया है।
पुरस्कारों से सम्मानित
मेट्रो वन को 40 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें सर्वश्रेष्ठ यात्री सेवाओं के लिए शहरी गतिशीलता भारत पुरस्कार और परिवहन नवाचार व ग्रीन कम्यूटिंग के लिए iNFHRA पुरस्कार शामिल हैं।