मुख्यमंत्री के आदेश से 5 साल की बच्ची को मिला महंगे स्कूल में दाखिला
मुरादाबाद में शिक्षा का नया अध्याय
मुरादाबाद। पिछले महीने जून में, एक 5 वर्षीय बच्ची ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में शहर के सबसे महंगे स्कूल में दाखिले के लिए गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उसे तुरंत दाखिला मिल गया, लेकिन स्कूल जाने में एक और समस्या सामने आई, जो कि पाठ्यक्रम से संबंधित थी। जब मुरादाबाद के विधायक रितेश गुप्ता को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने तुरंत बच्ची और उसके परिवार को अपने घर बुलाया और उसे आवश्यक पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध करवाई। इसके बाद बच्ची और उसके परिवार ने मुख्यमंत्री और विधायक को धन्यवाद दिया।
राइट टू एजुकेशन के तहत दाखिला
इस बच्ची को तीन महीने पहले राइट टू एजुकेशन के तहत सीएल गुप्ता स्कूल में दाखिला दिया गया था। हालांकि, स्कूल ने उसे दाखिला देने से मना कर दिया था। सीएल गुप्ता स्कूल शहर के सबसे महंगे स्कूलों में से एक है।
स्कूल की फीस
इस स्कूल में नर्सरी की वार्षिक फीस लगभग 2 से 2.5 लाख रुपये है। सभी अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद, बच्ची को दाखिला नहीं मिला। इसी समस्या को लेकर बच्ची अपने पिता अमित कुमार के साथ मुख्यमंत्री के जनता दरबार में गई थी। मुख्यमंत्री के आदेश पर अब उसे दाखिला मिल गया है, जिससे वह अगले आठ वर्षों तक इस स्कूल में पढ़ाई कर सकेगी।
विधायक की मदद
हालांकि, बच्ची को मुख्यमंत्री के आदेश से दाखिला मिल गया, लेकिन नर्सरी क्लास का पाठ्यक्रम एक बाधा बन गया। बच्ची की मां आइसक्रीम पार्लर चलाती हैं और पिता ड्राइवर हैं, जिससे उनकी आमदनी इतनी नहीं है कि वे बच्ची को 10 हजार रुपये से अधिक का पाठ्यक्रम खरीद सकें। जब विधायक रितेश गुप्ता को इस बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत मदद के लिए आगे आए। उन्होंने बच्ची के पिता को फोन कर अपने घर बुलाया और नर्सरी क्लास का पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया। साथ ही, बच्ची को खाने के लिए टॉफी और चिप्स भी दिए, जिससे बच्ची का चेहरा खुशी से खिल उठा। बच्ची और उसके पिता ने मुख्यमंत्री और विधायक को धन्यवाद कहा।