मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले की गाड़ियों में पानी भरने का मामला
मुख्यमंत्री के काफिले की गाड़ियों में पानी भरने की घटना
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले की 19 गाड़ियों को उस समय खींचना पड़ा जब उनके ईंधन टैंकों में डीजल की जगह पानी भर दिया गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिसमें गाड़ियों को खींचते हुए देखा जा सकता है। यह घटना तब हुई जब काफिला इंदौर से रतलाम पहुंचा और वहां एक पेट्रोल पंप पर ईंधन भरा गया।
गाड़ियों में आई खराबी
रिपोर्टों के अनुसार, रतलाम में ईंधन भरने के बाद काफिले की गाड़ियां कुछ ही दूरी पर खराब हो गईं। वीडियो में दिख रहा है कि ड्राइवर और पेट्रोल पंप के कर्मचारी मिलकर एसयूवी गाड़ियों को धक्का दे रहे हैं। एक ड्राइवर ने बताया, “हमने टैंक में डीजल भरवाया था। कुछ गाड़ियां रिफ्यूलिंग के बाद 1 किलोमीटर चलने के बाद खराब हो गईं, जबकि बाकी यहीं रुक गईं।” इस घटना के बाद पेट्रोल पंप को ईंधन में मिलावट के आरोप में सील कर दिया गया।
जांच में हुआ खुलासा
एक प्रमुख समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने ईंधन के नमूने लिए और जांच में यह पुष्टि हुई कि डीजल में पानी मिला हुआ था। इस मिलावट के कारण गाड़ियों के इंजन ने काम करना बंद कर दिया। अधिकारियों ने तुरंत इंदौर से मुख्यमंत्री के लिए वैकल्पिक वाहनों का इंतजाम किया।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
इस घटना ने पेट्रोल पंपों पर ईंधन की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन ने पेट्रोल पंप के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की गहन जांच की जा रही है। यह घटना अन्य वाहन चालकों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे विश्वसनीय पेट्रोल पंपों से ही ईंधन भरवाएं।