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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा में सुरक्षा और समरसता पर जोर दिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और सामाजिक समरसता पर जोर दिया। उन्होंने कांवड़ियों को चेतावनी दी कि शरारती तत्वों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना प्रशासन को दें। यात्रा में भाग लेने वाले भक्तों की सेवा में सामाजिक और धार्मिक संगठनों की भूमिका की सराहना की गई। योगी ने कहा कि सरकार ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं और कांवड़ियों से अपील की कि वे समय पर अपने स्थान पर पहुंचें।
 

मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: रविवार को मेरठ में कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा सामाजिक समरसता का प्रतीक है। इस यात्रा में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सभी शामिल हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा खलल डालने की कोशिशें भी हो रही हैं। उन्होंने कांवड़ियों को चेतावनी दी कि उनके बीच शरारती तत्व छिपे हो सकते हैं, और उनकी साजिशें सफल नहीं होनी चाहिए।


कांवड़ियों से अपील

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ भक्तों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को देनी चाहिए। ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि शिवभक्त धैर्य बनाए रखेंगे।


भक्तों की सेवा में संगठनों की भूमिका

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिव की तपस्या में बच्चे और महिलाएं उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं, और सामाजिक तथा धार्मिक संगठन भक्तों की सेवा में लगे हुए हैं। सरकार ने इस यात्रा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। उन्होंने प्रशासन से यातायात को सुचारू रखने की अपील की और कांवड़ भक्तों से अनुरोध किया कि वे अन्य श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखें।


पुलिस को सूचित करने की सलाह

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई शरारती तत्व कांवड़ यात्रा में बाधा डालता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इससे पहले, उन्होंने मेरठ से मुजफ्फरनगर तक कांवड़ मार्ग का हवाई निरीक्षण किया और मेरठ के मोदीपुरम में कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की।


पुष्प वर्षा का आयोजन

देहरादून दिल्ली हाईवे पर दुल्हेड़ा चौकी के सामने, मुख्यमंत्री ने लगभग 11 मिनट तक कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की। इस अवसर पर अन्य नेता भी उनके साथ थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि शिव लोकमंगल के देवता हैं और उनका आशीर्वाद सभी शिवभक्तों पर बरस रहा है। इस यात्रा से करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।


पिछली सरकारों पर कटाक्ष

मुख्यमंत्री ने पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 से पहले कांवड़ यात्रा को अनुमति नहीं दी जाती थी। यदि कभी अनुमति दी जाती थी, तो जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा रुकावटें पैदा की जाती थीं। उन्होंने कांवड़ियों से अपील की कि जल चढ़ाने के लिए समय कम है, इसलिए सभी श्रद्धालु समय पर अपने स्थान पर पहुंचें और सच्चे मन से शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।