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मुरादाबाद में बर्ड फ्लू के खतरे के बीच प्रशासन की सतर्कता बढ़ी

मुरादाबाद में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें पीपीई किट का उपयोग और संक्रमित स्थानों पर आम जनता का प्रवेश प्रतिबंधित करना शामिल है। पोल्ट्री फार्मों पर निगरानी बढ़ाई गई है और कर्मचारियों के आदान-प्रदान पर रोक लगाई गई है। जानें इस स्थिति में प्रशासन की अन्य तैयारियों के बारे में।
 

मुरादाबाद में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद सतर्कता


मुरादाबाद:- रामपुर के पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मुरादाबाद में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि एच5एन1 की पुष्टि या संदिग्ध मामलों की सूचना मिलने पर अधिकारियों को पीपीई किट का उपयोग करना अनिवार्य होगा और संक्रमित स्थानों पर आम जनता का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा।


जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश

जिलाधिकारी ने दिए दिशा निर्देश:-


जिलाधिकारी अनुज सिंह ने पशुपालन, स्वास्थ्य, पंचायती राज और वन विभाग के अधिकारियों को सतर्कता संबंधी आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने कुकुट पालकों से लगातार संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया ताकि किसी भी अस्वाभाविक बीमारी या मृत्यु की स्थिति में तुरंत विभाग को सूचित किया जा सके। यदि कुकुट पक्षियों की असामान्य मृत्यु होती है, तो मृत पक्षियों के परीक्षण के लिए नमूने भोपाल की नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज प्रयोगशाला और बरेली के आईवीआरआई को भेजे जाएंगे।


वन क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी

वन विभाग के अधिकारियों को भी पक्षियों की आकस्मिक और अस्वाभाविक मृत्यु के मामलों पर ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि पोल्ट्री फार्मर्स और व्यापारियों को किसी भी पक्षी के अचानक बीमार होने या मृत्यु की सूचना नजदीकी पशु चिकित्सा अधिकारी को देनी चाहिए ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके।


पोल्ट्री फार्मों पर निगरानी

मुरादाबाद में पोल्ट्री फार्मों पर हो रही है सख्त निगरानी:-


मुरादाबाद जिले में सभी पोल्ट्री फार्मों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। यहां लगभग डेढ़ हजार मुर्गियां पाली जा रही हैं। प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि कहीं भी पक्षियों की असामान्य या बड़ी संख्या में मृत्यु होती है, तो तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र को सूचित किया जाए।


फार्म में काम करने वालों के लिए गाइडलाइन

पोएट्री फार्म में काम करने वालों को सख्त गाइड लाईन:-


फार्म में काम करने वाले कर्मचारियों को वही लोग रहना चाहिए जो पहले से वहां तैनात हैं। एक फार्म से दूसरे फार्म पर कर्मचारियों का आदान-प्रदान नहीं किया जाना चाहिए। यह संक्रमण फैलने से रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक है।


बर्ड फ्लू से निपटने के लिए अस्पतालों की टीमें सक्रिय

21 हॉस्पिटल की टीम एक्शन में:-


जिले में कुल 21 अस्पतालों की टीमें इस समय बर्ड फ्लू से निपटने के लिए सक्रिय हैं। सभी पोल्ट्री फार्मों को समय-समय पर सेनीटाइज किया जा रहा है और फार्म मालिकों को जागरूक किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी को सतर्क और सावधान रहना जरूरी है।