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मुरादाबाद में सरकारी नजूल भूमि पर अवैध अस्पताल निर्माण का मामला

मुरादाबाद में DMR अस्पताल का निर्माण सरकारी नजूल भूमि पर हो रहा है, जो कि अवैध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बावजूद, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने इस मामले में अनियमितताएं बरती हैं। अस्पताल के मालिक डॉ. मंजेश राठी के खिलाफ कार्रवाई की बजाय, प्रशासन ने उन्हें बचाने की कोशिश की है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और प्रशासन की भूमिका के बारे में।
 

मुरादाबाद में सरकारी भूमि पर अस्पताल का निर्माण

मुरादाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सरकारी नजूल भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। भूमाफियाओं से मुक्त कराई गई इस भूमि पर गरीबों के लिए आवास बनाए जा रहे हैं। लेकिन मुरादाबाद में DMR अस्पताल का निर्माण सरकारी नजूल भूमि पर हो रहा है। अस्पताल के मालिक डॉ. मंजेश राठी के इशारे पर यह निर्माण कार्य अवैध तरीके से चल रहा है। इसके बावजूद मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने डॉ. राठी के सामने समर्पण कर दिया है और मुख्यमंत्री के निर्देशों का उल्लंघन कर रहा है।

जब इस मामले की शिकायत की गई, तो मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने डॉ. मंजेश राठी को बचाने की कोशिश की। प्राधिकरण ने कहा कि, ”गाटा संख्या-470 ग्राम छावनी तहसील सदर, मुरादाबाद द्वारा दी गई एन०ओ०सी० के आधार पर 1484.40 वर्ग मीटर भूमि पर निर्माण का मानचित्र स्वीकृत किया गया है। वर्तमान में निर्माण उसी भूमि पर हो रहा है। प्राधिकरण ने यह भी कहा कि यदि भूमि विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है, तो मानचित्र अस्वीकृत कर दिया जाएगा।

जिलाधिकारी मुरादाबाद ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान पाया कि नजूल भूखंड संख्या-470 पर कुल 4.95 एकड़ भूमि में से 2714 वर्ग मीटर भूमि पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फ्रीहोल्ड भूमि के अतिरिक्त शेष भूमि को सुरक्षित करना आवश्यक है।

मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की अनियमितताएं
पड़ताल में यह भी सामने आया कि मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने नक्शा पास कराने के लिए एनओसी को कुछ अधिकारियों के सहयोग से मैनेज किया है। यह एनओसी डीएम की ओर से निर्धारित प्रारूप पर प्राप्त नहीं की गई। रिकॉर्ड में इस एनओसी के सही तरीके से जारी होने का कोई उल्लेख नहीं है।

नजूल भूमि पर एनओसी का सवाल
पड़ताल में यह स्पष्ट हुआ कि DMR अस्पताल नजूल भूमि पर बन रहा है, जिसके कारण एनओसी जारी नहीं की जा सकती थी। फिर भी कुछ लोगों को मैनेज करके इसे हासिल किया गया। सूत्रों के अनुसार, जिलाधिकारी द्वारा जारी किए गए प्रारूप को एडीएम फाइनेंस के पास भेजने के बजाय, फर्जी तरीके से एनओसी तैयार की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस मामले की जानकारी दी गई है, लेकिन मुरादाबाद विकास प्राधिकरण उन्हें बचाने में जुटा है।

मुरादाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र की गाटा संख्या–470 को लेकर विवाद चल रहा है। इस भूमि में से केवल 2713 वर्ग मीटर फ्रीहोल्ड है, जबकि शेष 17318 वर्ग मीटर सरकारी नजूल भूमि है। इसके बावजूद डॉ. मंजेश राठी और अन्य लोग इस भूमि पर कब्जा कर रहे हैं।

अस्पताल का निर्माण अवैध
जानकारी के अनुसार, नजूल भूमि पर 6000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में डॉ. मंजेश राठी का DMR अस्पताल अवैध रूप से बनाया जा रहा है। सिविल लाइंस में ग्राम छावनी के नजूल लैंड संख्या 470 पर यह निर्माण हो रहा है। नजूल रिकॉर्ड के अनुसार, जिस भूमि पर अस्पताल का निर्माण हो रहा है, वह फ्रीहोल्ड एरिया नहीं है।

मामले का सारांश
मुरादाबाद में गाटा संख्या–470 की नजूल भूमि पर कब्जे का मामला सुर्खियों में है। इस भूमि में से केवल 2713 वर्ग मीटर फ्रीहोल्ड है, जबकि शेष भूमि सरकारी नजूल है। डॉ. मंजेश राठी इस भूमि पर अस्पताल का निर्माण कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने इस मामले का संज्ञान लिया है और मुरादाबाद विकास प्राधिकरण को लिखा है।