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मेडागास्कर में युवा विद्रोह: बिजली और पानी की कमी से भड़की हिंसा

मेडागास्कर की राजधानी अंतानानारिवो में हजारों युवाओं ने बिजली और पानी की कमी के खिलाफ विद्रोह किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अराजकता फैल गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया, लेकिन हालात और बिगड़ गए। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस आंदोलन में 22 लोगों की जान गई और 100 से अधिक लोग घायल हुए। राष्ट्रपति ने सरकार भंग करने की घोषणा की और जनता से माफी मांगी। यह घटना देश में राजनीतिक अस्थिरता का संकेत दे रही है।
 

अंतानानारिवो में उभरा जनाक्रोश

अंतरराष्ट्रीय समाचार: मेडागास्कर की राजधानी अंतानानारिवो में अचानक स्थिति बिगड़ गई, जब हजारों युवाओं ने सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विद्रोह किया। हाथों में झंडे और पोस्टर लिए हुए, प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन हालात और बिगड़ते गए। भीड़ ने दुकानों और घरों पर हमला किया, जबकि बैंकों और सुपरमार्केट में लूटपाट की घटनाएं भी हुईं। पूरा शहर अराजकता में डूब गया।


प्रदर्शनकारियों का गुस्सा मुख्यतः बिजली और पानी की कमी के खिलाफ था। लोग हफ्तों से अंधेरे और प्यास में जी रहे थे। सरकार ने कई वादे किए, लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया। गरीबी और महंगाई पहले से ही बड़ी समस्याएं थीं, और बेरोजगारी ने युवाओं का धैर्य तोड़ दिया। लोग इसे अपने जीवन पर हमला मानते हैं, जो इस आंदोलन की जड़ बन गया।


सोशल मीडिया की भूमिका

सोशल मीडिया ने चिंगारी दी


फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए। युवाओं ने नेपाल और केन्या के हालिया आंदोलनों से प्रेरणा ली। उन्होंने विदेशी झंडे और नारे का इस्तेमाल कर अपना संदेश फैलाया। उनके वीडियो तेजी से वायरल हुए, जिससे आंदोलन ने जोर पकड़ लिया। राजधानी से शुरू हुई हलचल अब पूरे देश में फैल गई। गांवों और कस्बों तक इसका असर देखने को मिला। सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को सख्ती से तैनात किया।


आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाई गईं, लेकिन इससे हालात और बिगड़ गए। भीड़ और अधिक हिंसक हो गई। राजधानी में रोजाना कर्फ्यू लगाना पड़ा। शाम होते ही पुलिस सड़कों पर सक्रिय हो गई, फिर भी झड़पें जारी रहीं। शहर में आग लगती रही।


मौतों और घायलों की संख्या

मौत और घायल का आंकड़ा


संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, प्रदर्शनों में 22 लोगों की जान गई, जिनमें प्रदर्शनकारी और आम नागरिक दोनों शामिल थे। 100 से अधिक लोग घायल हुए, जिससे अस्पतालों में भीड़ लग गई। सरकार ने इन आंकड़ों को अफवाह बताया, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही थी। मौतों का कारण हिंसा और पुलिस की कार्रवाई दोनों को माना गया। राष्ट्रपति एंड्री रजोएलिना ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए पूरी सरकार को भंग करने की घोषणा की।


उन्होंने जनता से माफी मांगी और युवाओं के दर्द को समझने की बात कही। उन्होंने स्वीकार किया कि बिजली और पानी की समस्या गंभीर है और लूट से प्रभावित कारोबारियों को मदद देने का वादा किया। युवाओं से संवाद की अपील भी की। यह उनकी सत्ता के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।


मेडागास्कर का अस्थिर इतिहास

अस्थिर इतिहास फिर याद आया


मेडागास्कर पहले भी राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर चुका है। 2009 में रजोएलिना ने खुद तख्तापलट कर सत्ता हासिल की थी, और अब उनकी कुर्सी खतरे में है। देश की अर्थव्यवस्था खेती और खनन पर निर्भर है, लेकिन जलवायु परिवर्तन और महंगाई ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। युवा बदलाव की मांग कर रहे हैं और उम्मीदों के साथ सड़कों पर उतर रहे हैं। यह घटना भविष्य में और बड़े आंदोलनों का संकेत दे रही है।