मेरठ में सेना के जवान पर हमला: टोल प्लाजा पर हंगामा
मेरठ में सेना के जवान पर हमला
मेरठ में सेना के जवान पर हमला: मेरठ के टोल प्लाजा पर एक सेना के जवान के साथ हुई मारपीट ने गंभीर मोड़ ले लिया है। रविवार रात की इस घटना के बाद, सोमवार को ठाकुर समाज के सदस्यों ने भूनी टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया। गोटका और आसपास के गांवों से लगभग 500 लोग टोल पर इकट्ठा हुए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। आक्रोशित भीड़ ने टोल ऑफिस पर पत्थरबाजी की और फिर वहीं धरने पर बैठ गई।
घटना की सूचना मिलते ही एसपी देहात, एडीएम, एसडीएम सहित आठ थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सेना के जवान कपिल और उनके भाई पर हमला करने वाले छह टोल कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
प्रशासन पर उठाए गए सवाल
प्रशासन पर उठाए गए सवाल:
पूर्व भाजपा विधायक संगीत सोम भी घटनास्थल पर पहुंचे और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी कुर्सियों पर बैठे हैं जबकि पीड़ित जमीन पर हैं। सोम ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई, तो उन्हें डीएम को मौके पर बुलाना पड़ेगा। इस बीच सर्वसमाज की पंचायत भी टोल पर बुलाई गई।
घटना का पूरा विवरण
घटना का पूरा विवरण:
मेरठ के गोटका गांव के 26 वर्षीय कपिल सेना की राजपूत बटालियन में श्रीनगर में तैनात हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान वे छुट्टी पर घर आए थे और रविवार रात उन्हें ड्यूटी जॉइन करने के लिए श्रीनगर लौटना था। उनकी दिल्ली से सुबह 5 बजे की फ्लाइट थी। रात 8 बजे जब कपिल अपने भाई के साथ भूनी टोल पहुंचे, तो लंबी कतार लगी थी। उन्होंने अपना आर्मी कार्ड दिखाकर कहा कि वे स्थानीय निवासी हैं और जल्दी जाने दें, वरना फ्लाइट छूट जाएगी।
टोलकर्मियों द्वारा हमला
टोलकर्मियों द्वारा हमला:
हालांकि, टोल कर्मचारियों ने उनकी बात नहीं मानी और बहस शुरू कर दी। इसी दौरान टोल के सिक्योरिटी इंचार्ज बिट्टू भी वहां आ गया और हाथापाई करने लगा। इस दौरान कपिल को नाक पर चोट लगी। बाहर निकलते ही टोलकर्मियों ने उन्हें खंभे से बांधकर पीटना शुरू कर दिया। उनके भाई देवेंद्र को भी मारापीटा गया।
ग्रामीणों का हंगामा
ग्रामीणों का हंगामा:
घायल कपिल ने अपने परिजनों को फोन किया, जिसके बाद लोग मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में विश्व हिंदू परिषद के पूर्व कार्यकर्ता अभिषेक चौहान समेत कई ग्रामीण टोल पर जमा हो गए और हंगामा करने लगे। उन्होंने टोल प्लाजा से आरोपी कर्मचारियों को हटाने की मांग की।