मॉरीशस के मंत्री ने भारत की तकनीकी प्रगति की सराहना की
भारत की तकनीकी ताकत का वैश्विक मान्यता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' का दृष्टिकोण अब केवल भारत तक सीमित नहीं रह गया है। अन्य देशों ने भी भारत की तकनीकी क्षमताओं को मान्यता दी है। इसका ताजा उदाहरण मॉरीशस है, जहाँ के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, दीपक बाल गोबिन, विशेष रूप से भारत की स्वदेशी तकनीक का अध्ययन करने आए हैं।मंत्री दीपक ने भारत सरकार के प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र, सी-डॉट (C-DOT) का दौरा किया। यहाँ उन्होंने 'मेड इन इंडिया' 5G और 4G तकनीक को देखकर गहरी प्रसन्नता व्यक्त की।
सी-डॉट लैब में भारतीय इंजीनियरों द्वारा विकसित की गई उच्च गुणवत्ता वाली दूरसंचार तकनीकों ने उन्हें अत्यधिक प्रभावित किया। उन्होंने भारत की तकनीकी क्षमता की प्रशंसा की और अपने देश के डिजिटल भविष्य को संवारने के लिए भारत से सहयोग की अपील की।
दीपक ने कहा, "भारत ने स्वदेशी तकनीक में जो परिवर्तन लाया है, वह विश्व के लिए एक उदाहरण है। मॉरीशस भारत को एक बड़े भाई और गुरु के रूप में देखता है और हम इस विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाहते हैं।"
इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद, दोनों देशों ने भविष्य में कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग करने पर सहमति जताई है। यह दौरा इस बात का प्रमाण है कि भारत अब तकनीकी क्षेत्र में केवल एक बाजार नहीं, बल्कि एक वैश्विक नेता बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो अपने मित्र देशों को भी अपने साथ लेकर चलना चाहता है।