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मोगा में आपराधिक वारदात को टालने में पुलिस की सफलता

मोगा पुलिस ने चार संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार कर एक बड़ी आपराधिक वारदात को टालने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के पास से तीन पेट्रोल बम बरामद हुए हैं। पुलिस ने उनकी पहचान फरीदकोट के निवासियों के रूप में की है। इसके अलावा, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े दो गुर्गों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से हथियार और कारतूस बरामद हुए। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

पुलिस ने चार संदिग्धों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने मोगा में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है, जब चार संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों के पास से तीन पेट्रोल बम बरामद हुए हैं। यदि पुलिस थोड़ी सी भी चूक जाती, तो ये आरोपी एक बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम दे सकते थे।


गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। यह माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा करेगी। यह कार्रवाई बाघापुराना क्षेत्र में की गई, जहां सभी आरोपी फरीदकोट जिले के निवासी हैं। वे दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर मोगा में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से आए थे।


लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों की गिरफ्तारी

पंजाब पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। एजीटीएफ पंजाब ने एसएएस नगर पुलिस के साथ मिलकर अंबाला-डेरा बस्सी हाईवे पर गोलीबारी के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े दो गुर्गों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों की पहचान मोहाली के मोटेमाजरा निवासी शरणजीत सिंह और अमन कुमार के रूप में हुई है।


पुलिस ने उनके पास से दो .32 बोर की पिस्तौलें और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसके साथ ही उनकी मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली गई है।


आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये दोनों आरोपी पिछले महीने राजपुरा में हुई गोलीबारी में शामिल थे। गोल्डी ढिल्लों ने इन्हें पंजाब में एक कारोबारी को निशाना बनाने का कार्य सौंपा था।