मोबाइल टैरिफ में संभावित बढ़ोतरी: यूजर्स पर पड़ेगा असर
मोबाइल यूजर्स के लिए नई चुनौतियाँ
नई दिल्ली: देश में करोड़ों मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए एक बार फिर टैरिफ में वृद्धि की संभावना बन रही है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम कंपनियाँ इस वर्ष के अंत तक अपने टैरिफ प्लान में 10 से 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की योजना बना रही हैं। उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि मई में सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या में हुई रिकॉर्ड वृद्धि ने कंपनियों को मूल्य वृद्धि के लिए प्रेरित किया है।
कीमतों में वृद्धि का कारण
पिछले पांच महीनों में टेलीकॉम क्षेत्र में नए ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अकेले मई में 74 लाख नए सक्रिय उपयोगकर्ता जुड़े, जिससे कुल संख्या लगभग 1.08 अरब तक पहुँच गई। यह पिछले 29 महीनों में सबसे बड़ा उछाल है। इस वृद्धि में प्रमुख कंपनियों, रिलायंस जियो और भारती एयरटेल, की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जियो ने मई में 55 लाख नए सक्रिय उपयोगकर्ता जोड़े, जबकि एयरटेल ने 13 लाख नए ग्राहकों को जोड़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बढ़ती संख्या के चलते कंपनियाँ टैरिफ बढ़ाने का निर्णय ले सकती हैं।
विशेषज्ञों की चेतावनी
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जुलाई 2024 में बेसिक प्लान की कीमतों में पहले ही 11 से 23 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी, ऐसे में दोबारा कीमतें बढ़ाना जोखिम भरा हो सकता है।
मिड और अपर-एंड प्लान पर असर
विश्लेषकों के अनुसार, इस बार की मूल्य वृद्धि सभी उपयोगकर्ताओं पर समान रूप से प्रभाव नहीं डालेगी। कंपनियों का मुख्य ध्यान मिड और अपर-लेवल के प्लान्स पर हो सकता है। पहले से ही बेसिक प्लान की कीमतों में वृद्धि हो चुकी है, जिससे निम्न-आय वर्ग के उपयोगकर्ताओं पर दबाव बढ़ा है। इसलिए, कंपनियाँ अब उन उपयोगकर्ताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं जो अधिक डेटा और बेहतर सेवाओं के लिए अधिक भुगतान करने में सक्षम हैं।
बाजार में प्रतिस्पर्धा
इसके अतिरिक्त, ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का मानना है कि वोडाफोन आइडिया (Vi) के घटते ग्राहक आधार का सीधा लाभ जियो और एयरटेल को मिल रहा है। इससे इन कंपनियों की बाजार में स्थिति मजबूत हुई है और वे आसानी से टैरिफ में बदलाव करके अपने लाभ को बढ़ा सकती हैं।