×

म्यांमार में गृहयुद्ध के बाद चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत

म्यांमार में पांच साल के गृहयुद्ध के बाद नई सरकार के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रविवार को पहले चरण का मतदान हो रहा है, जिसमें 1,183 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। पिछले चुनावों की तुलना में महिला उम्मीदवारों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। चुनाव तीन चरणों में होंगे, और देशभर में 21,517 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस बार म्यांमार ने मिश्रित-सदस्य आनुपातिक प्रणाली का उपयोग किया है। जानें इस चुनावी प्रक्रिया के बारे में और क्या खास है।
 

म्यांमार में आम चुनाव का पहला चरण

यांगून: म्यांमार में पांच साल के गृहयुद्ध के बाद नई सरकार के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रविवार को आम चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान किया जा रहा है। पिछला आम चुनाव नवंबर 2020 में आयोजित हुआ था।


राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा परिषद की सूचना टीम के अनुसार, इस चुनाव में कुल 1,183 महिला उम्मीदवार भाग ले रही हैं। सूचना टीम ने बताया कि पिछले चुनावों की तुलना में महिला उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो 2020 में 908 थी।


संघ चुनाव आयोग के सदस्य यू खिन माउंग ऊ ने बताया कि महिलाओं की भागीदारी में यह वृद्धि आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली को अपनाने के कारण हुई है।


म्यांमार में आम चुनाव तीन चरणों में होंगे। दूसरे चरण का मतदान 11 जनवरी 2026 को और तीसरे चरण का मतदान 25 जनवरी को होगा। निर्वाचन आयोग के अनुसार, पूरे देश में कुल 21,517 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।


इन उम्मीदवारों के बीच संसद के पाइथू ह्लुटाव (निचले सदन), अम्योथा ह्लुटाव (ऊपरी सदन), और राज्य व क्षेत्रीय विधानसभाओं की सीटों के लिए मुकाबला हो रहा है। राष्ट्रीय विधायिका के दोनों सदनों के अलावा राज्य और क्षेत्रीय विधानसभाओं में 1100 से अधिक सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, जिसमें 57 राजनीतिक पार्टियों के लगभग पांच हजार उम्मीदवार शामिल हैं।


सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, संसद सदस्यों के चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद नई संसद राष्ट्रपति का चुनाव करेगी।


पिछले चुनावों के विपरीत, म्यांमार ने मिश्रित-सदस्य आनुपातिक (एमएमपी) प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का उपयोग शुरू किया है। सरकारी अखबार ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार के अनुसार, एमएमपी प्रणाली में 'फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट' और आनुपातिक प्रतिनिधियों को जोड़ा गया है।


सूचना मंत्रालय के अनुसार, विदेश में रहने वाले म्यांमार के नागरिकों ने पहले ही विदेशी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों में अपने एडवांस वोट डाल दिए हैं। कई देशों से चुनाव पर्यवेक्षण टीमें चुनावों की निगरानी के लिए म्यांमार पहुंच चुकी हैं।