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यमुना का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ की स्थिति गंभीर

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई घरों में पानी भर गया है और सामान तैर रहा है। वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। जानें इस संकट के बारे में अधिक जानकारी।
 

यमुना नदी में बाढ़ की चेतावनी

यमुना जलस्तर: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हालिया बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस दौरान कई तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें लोगों के घरों में पानी भर जाने की स्थिति देखी गई। घरों में रखा सामान पानी में तैरता हुआ नजर आया। मानसून के दौरान यमुना नदी का जलस्तर सामान्यतः बढ़ता है, जो कई बार खतरनाक साबित होता है। ऐसे में यमुना के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाता है। वर्तमान में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिसके चलते चेतावनी जारी की गई है। आज सुबह तक नदी का जलस्तर 204.79 मीटर दर्ज किया गया।


खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा जलस्तर

यमुना का सामान्य जलस्तर 204.50 मीटर होता है। लेकिन आज सुबह 7 बजे तक यमुना का जलस्तर 204.79 मीटर तक पहुंच गया, जो सामान्य स्तर से काफी अधिक है। यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो कई क्षेत्रों में नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, देश के अन्य हिस्सों में भी बाढ़ की स्थिति बन रही है।


वाराणसी और प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति

हाल के दिनों में वाराणसी और प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। प्रयागराज में तो हालात काफी खराब हैं, जहां घरों में पानी भर गया है। वहीं, वाराणसी में भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। लगातार बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों के लिए कई राज्यों में बारिश की चेतावनी दी है, जिससे जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है।


इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश में भी मानसून के दौरान बारिश और भूस्खलन के कारण 199 लोगों की मौत की रिपोर्ट आई है।