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युवाओं की भूमिका: विकसित भारत की दिशा में एक नई सोच

अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं की भूमिका को विकसित भारत के लक्ष्य में महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि आज का युवा भाग्यशाली है क्योंकि वर्तमान व्यवस्था उनके सपनों के साथ खड़ी है। 'डिजिटल इंडिया', 'स्टार्टअप इंडिया' और 'खेलो इंडिया' जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को नेतृत्व की ओर प्रेरित किया जा रहा है। जानें कैसे युवा देश की प्रगति में योगदान दे सकते हैं और आने वाले 25 वर्षों में उनकी भूमिका क्या होगी।
 

युवाओं का योगदान: विकसित भारत की ओर

शिमला: पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।


अनुराग सिंह ठाकुर ने आगे कहा, "आज हमारा देश प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रगति कर रहा है, और हमने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में युवाओं का योगदान अनिवार्य है। व्यक्ति की महानता उसकी उम्र से नहीं, बल्कि उसके कार्यों से मापी जाती है। आज का युवा भाग्यशाली है क्योंकि वर्तमान व्यवस्था उनके सपनों के साथ खड़ी है। पहले का माहौल निराशाजनक था, लेकिन अब 'डिजिटल इंडिया', 'स्टार्टअप इंडिया' और 'खेलो इंडिया' जैसे कार्यक्रम हर प्रतिभा को एक मंच प्रदान कर रहे हैं। हम युवाओं को केवल नौकरी के लिए नहीं, बल्कि नेतृत्व के लिए तैयार करना चाहते हैं। मेरा युवाओं से अनुरोध है कि वे तात्कालिक लोकप्रियता के पीछे भागने के बजाय ठोस लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें। आज दुनिया की अपेक्षाएं भारत से बढ़ गई हैं, और इन उम्मीदों को पूरा करने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी पर है। आज का भारत अपनी पुरानी गुलामी की मानसिकता को छोड़कर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। मोदी जी का मानना है कि आज की Gen Z और Gen Alpha ही भारत को 'विकसित भारत' के लक्ष्य तक पहुंचाने वाली पीढ़ी हैं। देश को युवाओं की योग्यता, आत्मविश्वास और सोच पर पूरा भरोसा है। आने वाले 25 वर्ष भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, और इस यात्रा के असली सारथी आज के युवा ही हैं।