यूएई कंपनियों का भारत में निवेश बढ़ाने का इरादा
भारत में निवेश के नए अवसर
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को जानकारी दी कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की कंपनियां भारत में निवेश को बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचा, डेटा सेंटर, बैंकिंग, नए स्टार्टअप और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में रुचि दिखा रही हैं।
गोयल ने बताया कि दोनों देशों ने अपने निवेश लक्ष्यों को फिर से निर्धारित किया है और नवीकरणीय ऊर्जा, जहाज निर्माण, खुदरा और दवाओं जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'बुनियादी ढांचा उन प्रमुख क्षेत्रों में से एक है जहां यूएई भारी संभावनाएं देख सकता है। बैंकिंग और स्टार्टअप में भी उनकी रुचि काफी है। संभावित निवेशक भारत की लॉजिस्टिक व्यवस्था और हरित ऊर्जा में भी रुचि रखते हैं। यूएई निवेश करने के लिए उत्सुक है।'
मंत्री यहां भारत और यूएई के निवेश पर गठित उच्च-स्तरीय कार्यबल की 13वीं बैठक में भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात आए थे। उनकी दो दिन की यात्रा 19 सितंबर को समाप्त हुई।
उन्होंने कहा कि भारत यूएई की कंपनियों के साथ सहयोग बढ़ाने के कई तरीके खोज सकता है। यूएई की निवेश क्षमता अद्वितीय है।
मंत्री ने आगे कहा, 'यूएई अब उच्च-तकनीकी क्षेत्रों में भी निवेश कर रहा है, इसलिए हम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी बड़े सहयोग की उम्मीद कर सकते हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि बैंकरों को भारत में अपने परिचालन का विस्तार करना बहुत आकर्षक लग रहा है। गोयल ने कहा कि यूएई, भारत को एक प्रमुख निवेश गंतव्य मानता है।