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यूएई का गोल्डन वीज़ा: भारतीयों के लिए आजीवन निवास का नया अवसर

संयुक्त अरब अमीरात ने भारतीय नागरिकों के लिए अपने गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम को और अधिक सुलभ बना दिया है। अब, भारतीय 23 लाख रुपये की लागत पर यूएई में स्थायी निवास प्राप्त कर सकते हैं। यह पहल भारत-यूएई संबंधों को मजबूत करने और यूएई को वैश्विक प्रतिभाओं के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। जानें इस वीज़ा के लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में।
 

यूएई का गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम


संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए अपने लोकप्रिय 'गोल्डन वीज़ा' कार्यक्रम को और अधिक सुलभ बना दिया है। अब भारतीय नागरिक 23 लाख रुपये की लागत पर यूएई में स्थायी निवास प्राप्त कर सकते हैं। यह कदम भारत-यूएई संबंधों को और मजबूत करने के साथ-साथ यूएई को वैश्विक प्रतिभाओं के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।


गोल्डन वीज़ा एक दीर्घकालिक निवास वीज़ा है, जो निवेशकों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों, पेशेवरों, असाधारण प्रतिभाओं और शोधकर्ताओं को यूएई में रहने, काम करने या अध्ययन करने की अनुमति देता है, बिना किसी स्थानीय स्पॉन्सर की आवश्यकता के। यह वीज़ा 5 या 10 साल के लिए जारी किया जाता है और कुछ शर्तों के तहत स्वतः नवीकरणीय होता है, जिससे यह व्यावहारिक रूप से 'आजीवन निवास' बन जाता है।


यह वीज़ा मुख्य रूप से उन भारतीयों के लिए है जो यूएई में महत्वपूर्ण निवेश करते हैं, जैसे कि न्यूनतम 20 लाख दिरहम की संपत्ति खरीदना, या जिनके पास विशिष्ट कौशल और प्रतिभा है।


लाभार्थियों में शामिल हैं: निवेशक, जो संपत्ति या व्यवसाय में निवेश करते हैं; उद्यमी, जो नवीन व्यावसायिक विचार या सफल व्यवसाय के मालिक हैं; वैज्ञानिक और शोधकर्ता, जिनके पास विशेष क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त योग्यता है; उत्कृष्ट छात्र, जो उच्च अकादमिक रिकॉर्ड रखते हैं; और डॉक्टर, कलाकार, एथलीट, और विशेष योग्यता वाले व्यक्ति।


गोल्डन वीज़ा के लाभों में शामिल हैं: दीर्घकालिक निवास, स्व-प्रायोजन, परिवार को शामिल करने की सुविधा, यूएई में आने-जाने की छूट, वित्तीय स्वतंत्रता, और उच्च जीवन स्तर।


आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, जिसमें आवश्यक दस्तावेज जमा करना, शुल्क का भुगतान करना और संबंधित प्राधिकरणों द्वारा समीक्षा शामिल है।