यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता का दूसरा दौर, ड्रोन हमले के बाद बढ़ा तनाव
यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों ने इस्तांबुल में शांति वार्ता का दूसरा सत्र आयोजित किया, जिसमें युद्ध विराम और कैदियों की अदला-बदली पर चर्चा की गई। यह वार्ता एक बड़े ड्रोन हमले के बाद हुई, जिसने तनाव को और बढ़ा दिया। यूक्रेन ने चार रूसी एयरबेस पर हमले किए, जिससे स्थिति और जटिल हो गई। जानें इस वार्ता के पीछे की रणनीतियाँ और दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बारे में।
Jun 2, 2025, 19:24 IST
यूक्रेन-रूस शांति वार्ता
यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों ने इस्तांबुल में शांति वार्ता का दूसरा सत्र आयोजित किया। इस बैठक में यूक्रेन ने युद्ध विराम और सभी कैदियों की अदला-बदली को सुनिश्चित करने का प्रयास किया। यह वार्ता कीव द्वारा चार रूसी एयरबेसों पर हाई-एंड ड्रोन हमले के एक दिन बाद हुई, जिसे अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है। यूक्रेन के 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने किया, जबकि रूस की ओर से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार व्लादिमीर मेडिंस्की ने वार्ता का संचालन किया।
वार्ता की प्रक्रिया
रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों में रक्षा, विदेश मामलों और खुफिया सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, साथ ही दोनों पक्षों के शीर्ष सलाहकार और उप मंत्री भी वार्ता में उपस्थित थे। तुर्की के अधिकारियों की मेज़बानी में यह वार्ता लगभग एक घंटे तक चली। यह वार्ता 16 मई को हुई पहली बैठक के बाद हुई, जिसमें कैदियों की अदला-बदली पर समझौता हुआ था, लेकिन युद्ध समाप्त करने की दिशा में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।
यूक्रेन का ड्रोन हमला
यूक्रेन का ड्रोन हमला
यूक्रेन ने 1 जून को रूस के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर ड्रोन हमला किया, जिसमें चार रूसी एयरबेस और 40 युद्धक विमानों को निशाना बनाया गया। रिपोर्टों के अनुसार, ये हमले यूक्रेन से 7,000 किलोमीटर दूर रूस के आर्कटिक, साइबेरिया और सुदूर पूर्व में स्थित ठिकानों पर किए गए। यूक्रेनी संसद की सदस्य किरा रुडिक ने इस ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 0 रूसी जेट विमानों का नष्ट होना कोई संयोग नहीं है। रूस लगातार हमलों में लगा हुआ है, और यह केवल समय की बात है कि कब स्थिति बदलती है।