यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी पर ED की कार्रवाई: दुबई शादी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप
नई दिल्ली में यूट्यूबर की मुश्किलें बढ़ीं
उत्तर प्रदेश के एक छोटे शहर से सोशल मीडिया पर पहचान बनाने वाले यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के घेरे में हैं। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। हाल ही में, एजेंसी ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव, लखनऊ, नवाबगंज समेत नौ स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें करोड़ों की संपत्ति और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए।
छापेमारी के दौरान मिली सामग्री
ED की कार्रवाई के दौरान कई वित्तीय दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और संपत्ति से संबंधित सबूत मिले हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि ये दस्तावेज अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी से अर्जित धन और उसके निवेश की मनी ट्रेल को दर्शाते हैं। अधिकारियों का मानना है कि यह मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि एक बड़े नेटवर्क की ओर इशारा करता है।
दुबई में भव्य शादी की जांच
सूत्रों के अनुसार, ED की जांच अब अनुराग द्विवेदी की दुबई में आयोजित भव्य शादी तक पहुंच गई है। यह समारोह एक क्रूज शिप पर हुआ था, जिसमें भारी खर्च किया गया था। इस शादी में रिश्तेदारों के साथ-साथ कुछ सेलिब्रिटीज के शामिल होने की भी चर्चा है। एजेंसी अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस आयोजन के लिए फंडिंग का स्रोत क्या था और मेहमानों की भूमिका क्या थी।
अवैध बेटिंग ऐप्स का प्रचार
ED का आरोप है कि अनुराग द्विवेदी ने ऑनलाइन अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया। इन ऐप्स से अर्जित धन को कथित तौर पर हवाला के माध्यम से विदेश भेजा गया और दुबई के रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया गया। छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेज इस आर्थिक लेन-देन की पुष्टि करते हैं।
महंगी गाड़ियों की जब्ती
जांच के दौरान, ED ने चार महंगी लग्जरी गाड़ियां भी जब्त की हैं, जिनमें लैंबोर्गिनी, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज शामिल हैं। एजेंसी का कहना है कि इन वाहनों की खरीद के लिए इस्तेमाल किए गए धन के स्रोत की भी जांच की जा रही है।
अनुराग द्विवेदी का दुबई में रहना
अधिकारियों के अनुसार, अनुराग द्विवेदी वर्तमान में दुबई में हैं और ED द्वारा जारी किए गए कई समनों के बावजूद पेश नहीं हुए हैं। इससे एजेंसी की चिंताएं और बढ़ गई हैं। अब उनके फंडिंग चैनल, व्यापारिक साझेदारों और सहयोगियों की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है।
पश्चिम बंगाल की FIR से जुड़ा मामला
यह मामला पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR से संबंधित है, जिसमें धोखाधड़ी, जालसाजी और अवैध सट्टेबाजी के आरोप शामिल हैं। इसी आधार पर ED ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत जांच शुरू की थी।