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यूपी में पीजीटी परीक्षा फिर से स्थगित, छात्रों में बढ़ी निराशा

उत्तर प्रदेश में प्रवक्ता पदों के लिए पीजीटी परीक्षा एक बार फिर स्थगित कर दी गई है, जिससे लगभग 4.5 लाख अभ्यर्थियों में निराशा का माहौल है। यह परीक्षा चौथी बार टाली गई है, और छात्रों का कहना है कि बार-बार स्थगन से उनकी तैयारी और मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है। आयोग ने अभी तक नई परीक्षा तिथि की घोषणा नहीं की है, जिससे छात्रों की चिंताएं और बढ़ गई हैं। जानें इस स्थगन के पीछे की संभावित वजहें और परीक्षा की अगली तिथि का इंतजार।
 

पीजीटी परीक्षा की नई तिथि का इंतजार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रवक्ता पदों के लिए निर्धारित पीजीटी परीक्षा, जो 15 और 16 अक्टूबर को होनी थी, अब अपरिहार्य कारणों से टाल दी गई है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने एक प्रेस नोट के माध्यम से साझा की। यह परीक्षा चौथी बार स्थगित की गई है, जिससे लगभग 4.5 लाख अभ्यर्थियों में निराशा का माहौल है। आयोग के उप सचिव ने इस स्थगन की सूचना दी है, लेकिन नई परीक्षा तिथि का अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया है।

पिछले तीन वर्षों से परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यह एक और झटका है। पीजीटी भर्ती-2022 के लिए आवेदन प्रक्रिया जुलाई 2022 में समाप्त हुई थी, लेकिन परीक्षा की तिथि बार-बार बदलती रही है।

स्थगन के पीछे की संभावित वजहें

परीक्षा के बार-बार स्थगन का एक कारण आयोग की अध्यक्ष कीर्ति पांडेय का त्यागपत्र भी माना जा रहा है। इस स्थिति ने न केवल लाखों युवाओं के भविष्य को प्रभावित किया है, बल्कि भर्ती प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं।

परीक्षा की तारीखों में बदलाव

प्रवक्ता भर्ती परीक्षा की तिथि पहले भी चार बार बदली जा चुकी है। पहले इसे 11 और 12 अप्रैल को आयोजित किया जाना था, फिर इसे 20 और 21 जून के लिए स्थगित किया गया। इसके बाद 18 और 19 जून की नई तिथियां भी रद्द कर दी गईं।

छात्रों की बढ़ती चिंताएं

बार-बार स्थगन के कारण छात्रों में असंतोष बढ़ रहा है। कई अभ्यर्थियों का कहना है कि इससे उनकी तैयारी और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। कुछ उम्मीदवारों ने यह भी चिंता जताई है कि देरी के कारण उनकी आयु सीमा पार हो सकती है। हालांकि, परीक्षा की अगली तिथि के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।