राजनाथ सिंह की मोरक्को यात्रा: ऑपरेशन सिंदूर पर महत्वपूर्ण बयान
राजनाथ सिंह की मोरक्को यात्रा
राजनाथ सिंह की मोरक्को यात्रा: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को मोरक्को की राजधानी रबात में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे और तीसरे चरण की शुरुआत संभव है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगा। यदि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो भारत की ओर से कड़ा जवाब दिया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान को दोहराया जिसमें कहा गया था कि ऑपरेशन सिंदूर केवल रुका है, समाप्त नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'क्या दूसरा चरण करना है या तीसरा, यह हम नहीं कह सकते। यह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगा। यदि वे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होते हैं, तो उन्हें जवाब मिलेगा।'
पहलगाम हमले के बाद लिया गया निर्णय
रक्षा मंत्री ने याद किया कि 7 मई को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इस घटना के बाद 23 अप्रैल को हुई उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने सीडीएस, तीनों सेनाध्यक्ष और रक्षा सचिव से पूछा कि यदि सरकार निर्णय ले तो क्या सेना ऑपरेशन के लिए तैयार है। तत्काल उत्तर मिला कि सेना पूरी तरह तैयार है। इसके बाद योजना प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखी गई और उन्होंने सेना को पूरी छूट दी।
धर्म नहीं, कर्म के आधार पर कार्रवाई
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की कार्रवाई धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि कर्म के आधार पर की गई। आतंकियों ने धर्म पूछकर नागरिकों की हत्या की, लेकिन भारत ने केवल उन लोगों को निशाना बनाया जो हमलों के जिम्मेदार थे। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किसी भी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया। यह भारत की विशेषता है कि हमने केवल आतंकियों को खत्म किया। अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत में हर धर्म को मानने की स्वतंत्रता है। यहां किसी धर्म या समुदाय के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता। यही भारत का असली चरित्र है।
ऐतिहासिक दौरा
राजनाथ सिंह रविवार को दो दिवसीय दौरे पर मोरक्को पहुंचे। वे मोरक्को का दौरा करने वाले पहले भारतीय रक्षा मंत्री बने। कैसाब्लांका मोहम्मद वी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका स्वागत मोरक्को की सैन्य कमान के प्रमुख वली और भारतीय राजदूत संजय राणा ने किया। भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।