राजा रघुवंशी के मामले में मेघालय पुलिस पर गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप
राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी के मामले में मेघालय की स्थानीय पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। परिवार के सदस्यों का कहना है कि FIR दर्ज कराने में उन्हें काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, पुलिस ने मामले की जांच में उचित प्रयास नहीं किए, जिससे राजा का शव बरामद करने में देरी हुई। राजा के भाई, विपुल रघुवंशी ने आरोप लगाया है कि मेघालय का स्थानीय पुलिस प्रशासन सही तरीके से कार्य नहीं कर रहा है।
राजनीतिक समर्थन
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राजा रघुवंशी के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने परिजनों से बातचीत की और जांच की प्रगति के बारे में जानकारी ली। विपुल रघुवंशी ने मीडिया से कहा, "मध्य प्रदेश में मुझे भाजपा और कांग्रेस दोनों का समर्थन मिल रहा है। हम चाहते हैं कि मेघालय सरकार इस मामले में बेहतर सहयोग प्रदान करे।"
विपुल रघुवंशी के आरोप
विपुल रघुवंशी ने यह भी कहा कि स्थानीय पुलिस केवल घटनास्थल के 50 फीट के दायरे में ही खोजबीन कर रही है, जो कि अपर्याप्त है। उन्होंने उस सीसीटीवी फुटेज पर भी सवाल उठाए हैं, जिसमें राजा और सोनम के अंतिम ज्ञात स्थान को दर्शाया गया है।
सोनम की तलाश
नया सीसीटीवी वीडियो
7 जून को एक नया सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसमें सोनम और राजा रघुवंशी स्कूटी से होटल आते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में राजा अपने सूटकेस से कुछ आवश्यक सामान निकालकर स्कूटी में रखते हैं और फिर दोनों स्कूटी से चले जाते हैं। इसके बाद वे होटल वापस नहीं लौटे। बाद में, राजा के शव के पास ही वह स्कूटी लावारिस हालत में मिली।