राबर्ड वाड्रा की मुश्किलें बढ़ीं, ED ने लगाया 58 करोड़ का आरोप
गांधी परिवार के दामाद पर शिकंजा
राबर्ड वाड्रा, जो गांधी परिवार के दामाद हैं, की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुग्राम भूमि खरीद घोटाले से संबंधित चार्जशीट में दावा किया है कि वाड्रा ने इस घोटाले से 58 करोड़ रुपये की कमाई की और इस राशि का उपयोग अचल संपत्ति खरीदने, निवेश करने और कर्ज चुकाने में किया गया।
चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि वाड्रा को यह धन दो कंपनियों के माध्यम से प्राप्त हुआ। इनमें से 5 करोड़ रुपये ब्लू ब्रीज ड्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड (BBTPL) और 53 करोड़ रुपये स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड (SLHPL) के जरिए आए।
घोटाले का इतिहास
यह मामला 2018 का है, जब वाड्रा के साथ पूर्व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और भूपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। इस FIR में घोटाले, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगाए गए थे।
ईडी के अनुसार, वाड्रा ने फरवरी 2008 में ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज से शिकोहपुर और गुरुग्राम में 3.5 एकड़ भूमि 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी, जिसे बाद में उन्होंने डीएलएफ कंपनी को 58 करोड़ रुपये में बेचा। जांच एजेंसी धन के लेन-देन की भी गहनता से जांच कर रही है और उन्हें संदेह है कि यह मामला धन शोधन से भी संबंधित हो सकता है।