रामायण की अनसुनी कहानियाँ: अयोध्या में बच्चों के जन्म का रहस्य
रामायण की अनकही बातें
रामायण की अनसुनी कहानियाँ: रामायण की कथा में कई ऐसी घटनाएँ हैं, जो अक्सर चर्चा में नहीं आतीं, लेकिन वे अत्यंत रोचक और महत्वपूर्ण होती हैं। हाल ही में अयोध्या के राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह में कवि और वक्ता डॉ. कुमार विश्वास ने ऐसी एक अनकही कहानी साझा की।
उन्होंने बताया कि भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के दौरान अयोध्या में कोई भी बच्चा क्यों नहीं पैदा हुआ। यह प्रसंग कई धार्मिक परंपराओं और टीकाओं में उल्लेखित है और इसके पीछे एक गहरा धार्मिक और सामाजिक संदेश छिपा हुआ है। आइए जानते हैं पूरी कहानी…
कुमार विश्वास का कार्यक्रम में संबोधन
राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह में भाग लेने के लिए अयोध्या आए डॉ. कुमार विश्वास ने पवित्र नगरी की गलियों में चलते हुए एक कार्यक्रम में यह अनोखी कथा साझा की।
उन्होंने बताया कि भगवान राम के वनवास के दौरान अयोध्यावासियों ने भी 14 वर्षों तक ब्रह्मचर्य का पालन किया। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, जब राम वनवास गए, तब अयोध्या के लोगों ने एक संकल्प लिया—
“जब तक राम वापस नहीं आएंगे, हम कोई नया उत्सव नहीं मनाएँगे और नया जीवन आरंभ नहीं करेंगे।”
इसी कारण से पूरे 14 वर्षों तक किसी भी परिवार में बच्चे का जन्म नहीं हुआ।
अयोध्या में ध्वजारोहण समारोह
पिछले वर्ष राम मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया था। उस समारोह के बाद मंदिर के निर्माण कार्य में तेजी लाई गई और आज, 25 नवंबर को, रामलला के भव्य मंदिर पर ध्वजारोहण कर इस कार्य को आधिकारिक रूप से पूर्ण घोषित किया गया।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई प्रमुख अतिथि उपस्थित रहे। इसी दौरान डॉ. कुमार विश्वास ने रामायण से जुड़ी यह अनसुनी कहानी सुनाकर सभी को भावुक कर दिया।