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राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर नया हमला: आरोपों की झड़ी

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री बनने की वजह धांधली है। उन्होंने चुनाव प्रणाली को मृतप्राय बताते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं। गांधी ने यह भी कहा कि यदि कुछ सीटों पर धांधली नहीं होती, तो मोदी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। उनके आरोपों पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
 

राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर आरोप

नई दिल्ली। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर अपने हमलों का सिलसिला जारी रखते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री बनने की वजह चुनाव आयोग है। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि कुछ सीटों पर धांधली नहीं होती, तो मोदी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। शनिवार को विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास बहुमत बहुत कम है और भारत की चुनाव प्रणाली अब मृतप्राय हो चुकी है। यह उनके द्वारा चुनाव आयोग पर किया गया तीसरा हमला है।


चुनाव प्रणाली पर गंभीर आरोप

राहुल गांधी ने कहा, 'भारत का चुनावी तंत्र अब खत्म हो चुका है। हम जल्द ही आपको दिखाएंगे कि लोकसभा चुनाव में कैसे धांधली की जा सकती है और यह पहले से हुई है।' उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के पास बहुत कम बहुमत है और यदि 10-15 सीटों पर भी धांधली नहीं होती, तो वे प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। एनुअल लीगल कॉन्क्लेव 2025 में उन्होंने चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करते हुए गंभीर आरोप लगाए।


राजनाथ सिंह का जवाब

एक दिन पहले, राहुल गांधी ने कहा था, 'चुनाव आयोग वोटों की चोरी करवा रहा है। हमारे पास एटम बम है। जब यह फटेगा, तो चुनाव आयोग नहीं बचेगा।' इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया, 'अगर आपके पास परमाणु बम है, तो उसे फोड़ दें, लेकिन अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।' चुनाव आयोग ने पहले ही कहा था कि वह इस तरह के निराधार आरोपों का जवाब नहीं देगा।


2014 से चुनाव प्रणाली पर संदेह

राहुल ने अपने भाषण में कहा, '2014 से मुझे चुनाव प्रणाली पर संदेह रहा है। भाजपा की इतनी बड़ी जीत आश्चर्यजनक थी। मैं बिना सबूत के कुछ नहीं कह सकता था, लेकिन अब हमारे पास सबूत हैं।' उन्होंने महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों का उदाहरण देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी जीत के चार महीने बाद वे पूरी तरह से हार गए। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जुड़े, जिनमें से अधिकांश ने भाजपा को वोट दिया।


संविधान की रक्षा करने वाली संस्था पर सवाल

राहुल ने चुनाव आयोग के मर चुके होने का ऐलान करते हुए कहा, 'संविधान की रक्षा करने वाली संस्था को खत्म कर दिया गया है। हमारे पास ऐसे सबूत हैं जो दिखाएंगे कि चुनाव आयोग जैसी संस्था का कोई अस्तित्व नहीं है। यह गायब हो चुकी है।' उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ठीक से काम नहीं कर रहा है और इसके द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों को स्कैन या कॉपी नहीं किया जा सकता। उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग मतदाता सूची पर स्कैन और कॉपी प्रोटेक्शन क्यों लागू करता है?