राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोपों पर उठाए सवाल, अमित शाह पर साधा निशाना
राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा
पटना। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा जारी है। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में कहा कि अमित शाह बार-बार यह दावा करते हैं कि बीजेपी की सरकार 40-50 साल तक बनी रहेगी। पहले यह बात अजीब लगती थी, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि अमित शाह ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वे 'वोट चोरी' करते हैं।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री यह तय करते हैं कि चुनाव आयुक्त कौन बनेगा, और विपक्ष के नेताओं की कोई सुनवाई नहीं होती। 2023 में बीजेपी ने एक नया कानून बनाया है, जिसके तहत चुनाव आयुक्त पर कोई मामला नहीं चलाया जा सकता। सवाल यह है कि ऐसा कानून क्यों बनाया गया? इसका उत्तर है- 'वोट चोरी' को बढ़ावा देने के लिए। मेरी 'वोट चोरी' से संबंधित प्रेस कॉन्फ्रेंस पर नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कुछ नहीं कहा, क्योंकि जब चोर पकड़ा जाता है, तो वह चुप हो जाता है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि संविधान में यह स्पष्ट है कि हर भारतीय नागरिक को एक वोट मिलेगा। चाहे वह अम्बानी का बेटा हो या कोई गरीब युवा, दोनों को समान वोट का अधिकार है। अम्बानी जैसे उद्योगपतियों को वोट की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि उनके लिए बैंक के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। असली जरूरत वोट की गरीबों को है, क्योंकि इसके बिना उन्हें कोई अधिकार नहीं मिल सकता। आजादी से पहले जब लोगों के पास वोट नहीं था, तब उनके पास कोई अधिकार भी नहीं थे। दलितों और पिछड़ों की कोई भागीदारी नहीं थी, लेकिन आजादी के बाद संविधान ने सभी को अधिकार और भागीदारी दी। इसलिए, जिस दिन वोट का अधिकार समाप्त हो जाएगा, उस दिन लोगों के पास कोई शक्ति नहीं बचेगी। संविधान केवल एक किताब नहीं है, बल्कि यह भारत की शक्ति है।
उन्होंने कहा कि यदि आपका वोट छिन गया, तो राशन, घर, और जमीन सब कुछ चला जाएगा। लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ सकते हैं, क्योंकि उनके पास वोट और संविधान की ताकत है। यदि वोट और संविधान नहीं रहेंगे, तो लोग कुछ नहीं कर पाएंगे। नरेंद्र मोदी अभी वोट और संविधान से डरते हैं, लेकिन यदि वोट चोरी पूरी हो गई, तो वे अपने घर पर बैठ जाएंगे और आपको दिखाई नहीं देंगे। याद रखें कि RSS के लोग तिरंगे को सलाम नहीं करते थे। वे अभी भी तिरंगे के लिए दिखावे में खड़े होते हैं, लेकिन उनके दिल में कुछ और है। चुनावों में बीजेपी के बड़े नेताओं ने कहा कि हम संविधान को बदल देंगे। तब हमने कहा- सपने मत देखो। सच्चाई यही है कि ये लोग वोट चोरी कर संविधान को समाप्त करने में लगे हुए हैं।