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रूस ने पुतिन के आवास पर ड्रोन हमले का सबूत पेश किया

रूस ने बुधवार को कीव द्वारा पुतिन के आवास पर किए गए 91 ड्रोन हमलों का सबूत पेश किया है। रक्षा मंत्रालय ने वीडियो जारी कर हमले की योजना और उसके निष्पादन के बारे में जानकारी दी। इस हमले को सुनियोजित बताया गया है, लेकिन इससे राष्ट्रपति आवास को कोई नुकसान नहीं हुआ। विदेश मंत्री लावरोव ने इस हमले की पुष्टि की है, जबकि यूक्रेन ने इसे खारिज किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य देशों ने इस हमले की निंदा की है। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी।
 

रूस का दावा: कीव ने किया 91 ड्रोन हमलों का प्रयास

मास्को: रूस ने बुधवार को कीव द्वारा किए गए 91 ड्रोन हमलों का सबूत प्रस्तुत किया है। रक्षा मंत्रालय ने वीडियो जारी कर बताया कि यूक्रेन ने राष्ट्रपति वोलोदिमीर पुतिन के निवास पर एक साथ कई दिशाओं से हमले की कोशिश की थी।


रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ब्रायन्स्क, स्मोलेंस्क और नोवगोरोड क्षेत्रों में 91 ड्रोन को नष्ट किया गया। यह हमला सुनियोजित और चरणबद्ध तरीके से किया गया था, लेकिन इससे राष्ट्रपति आवास को कोई नुकसान नहीं हुआ।


जारी किए गए फुटेज में बर्फ में पड़े काले ड्रोन के मलबे, लकड़ी के हिस्सों और लाल तारों को देखा जा सकता है। मंत्रालय का दावा है कि इन ड्रोन में 6 किलोग्राम विस्फोटक लदा हुआ था।


रूस ने कहा कि 28-29 दिसंबर की रात को कीव ने राष्ट्रपति के सरकारी आवास पर 91 ड्रोन भेजे थे, जिन्हें रूस ने नष्ट कर दिया। विदेश मंत्री लावरोव ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि नोवगोरोड क्षेत्र में सभी 91 लंबी दूरी के ड्रोन को एयर डिफेंस ने मार गिराया।



लावरोव ने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ बातचीत के दौरान इस हमले के बावजूद मॉस्को वार्ता से पीछे नहीं हटेगा।


हालांकि, यूक्रेन ने राष्ट्रपति आवास पर किसी भी हमले की कोशिश को पूरी तरह से खारिज कर दिया।


कई देशों ने राष्ट्रपति आवास को निशाना बनाए जाने की कड़ी निंदा की है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले पर चिंता जताते हुए शांति की अपील की।


उन्होंने एक्स पर लिखा, 'रूस के राष्ट्रपति के आवास को निशाना बनाए जाने की रिपोर्ट से बेहद चिंतित हूं। चल रहे डिप्लोमेटिक प्रयास युद्ध को समाप्त करने और शांति हासिल करने की दिशा में सबसे व्यवहार्य मार्ग प्रदान करते हैं। हम सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे इन प्रयासों पर ध्यान केंद्रित रखें और ऐसे किसी भी कार्य से बचें जो इन्हें कमजोर कर सकता है।'


बीजिंग ने भी दोनों पक्षों से 'तनाव बढ़ाने से बचने' की अपील की है।