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रूसी विदेश मंत्री लावरोव और एस जयशंकर के बीच महत्वपूर्ण वार्ता

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच सोमवार को मॉस्को में महत्वपूर्ण वार्ता होने वाली है। इस बैठक में दोनों देशों के बीच राजनीतिक संवाद, शंघाई सहयोग संगठन, ब्रिक्स, और जी-20 के अंतर्गत सहयोग पर चर्चा की जाएगी। जयशंकर, 18 नवंबर को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके अलावा, पुतिन की नई दिल्ली यात्रा की तैयारियों पर भी विचार किया जाएगा। जानें इस वार्ता के महत्व और इसके संभावित परिणामों के बारे में।
 

भारत और रूस के बीच राजनीतिक संवाद पर चर्चा

नई दिल्ली। सोमवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच मॉस्को में वार्ता होने जा रही है। रूसी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक में दोनों देशों के बीच राजनीतिक संवाद पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, शंघाई सहयोग संगठन, ब्रिक्स, संयुक्त राष्ट्र और जी-20 के अंतर्गत सहयोग के मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा।

जयशंकर 18 नवंबर को रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन द्वारा आयोजित शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्षों की परिषद की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। पहले से ही रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया था कि जयशंकर और लावरोव, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नई दिल्ली यात्रा की तैयारियों पर भी चर्चा कर सकते हैं। पुतिन ने पहले कहा था कि यह यात्रा दिसंबर की शुरुआत में होगी, जब भारत 23वें वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा। पुतिन ने आखिरी बार 2021 में नई दिल्ली का दौरा किया था। 2000 में, रूस के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान, मास्को और नई दिल्ली ने रणनीतिक साझेदारी पर एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए थे। यह दस्तावेज़ नियमित शिखर सम्मेलनों और राजनीतिक, रक्षा, आर्थिक और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के विकास का आधार बना। 2010 में, द्विपक्षीय संबंधों को विशेष रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक उन्नत किया गया।