रेवाड़ी में पानी की आपूर्ति की कमी पर चिरंजीव राव की कड़ी प्रतिक्रिया
रेवाड़ी में जल संकट की गंभीरता
रेवाड़ी: भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने आज चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा में यह स्वीकार किया कि रेवाड़ी शहर को तीन दिन में एक बार ही पीने का पानी मिल रहा है। यह भाजपा सरकार की विफलता का स्पष्ट संकेत है। पूर्व विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चिरंजीव राव ने इस मुद्दे पर मीडिया को बयान दिया।
चिरंजीव राव ने कहा कि जब विधायक खुद विधानसभा में यह स्वीकार कर रहे हैं कि रेवाड़ी जैसे महत्वपूर्ण शहर में नियमित जल आपूर्ति नहीं हो रही है, तो यह स्पष्ट है कि जनता की समस्याएं वास्तविक हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इस स्थिति की जिम्मेदारी किसकी है? पिछले 11 वर्षों से हरियाणा में भाजपा की सरकार है, फिर भी पीने के पानी का स्थायी समाधान क्यों नहीं किया गया?
उन्होंने आगे कहा कि रेवाड़ी की जनता को केवल तीन दिन में एक बार पानी नहीं मिल रहा, बल्कि जो पानी आता है, वह भी कई स्थानों पर गंदा और पीने योग्य नहीं होता। लोग मजबूरन टैंकरों से पानी मंगवाने या बोतलबंद पानी खरीदने को विवश हैं। रेवाड़ी की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है, और पानी की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। इसके बावजूद, भाजपा सरकार ने कोई ठोस जल प्रबंधन नीति नहीं बनाई है। अब जब हालात बिगड़ चुके हैं, तो केवल योजनाओं की बातें की जा रही हैं।
चिरंजीव राव ने बताया कि रामगढ़ भगवानपुर गांव में लगभग 10 एकड़ भूमि पानी की आपूर्ति परियोजना के लिए ली गई थी, लेकिन गांव वालों से झूठे वादे किए गए। वहां सरकारी अस्पताल बनाने का आश्वासन दिया गया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ। नतीजतन, गांव के लोग धरने पर बैठे हैं और स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि जब अस्पताल नहीं बनेगा, तो वे पानी की परियोजना के लिए भूमि नहीं देंगे। यह भाजपा की कथनी और करनी के बीच का अंतर दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि जब तक स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक सरकार को नहरों से अधिक दिनों तक पानी चलाकर रोजाना जल आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए। लेकिन भाजपा सरकार केवल बयानबाजी और खानापूर्ति में लगी हुई है।
चिरंजीव राव ने कहा कि विधानसभा में बयान देकर जिम्मेदारी से नहीं बचा जा सकता। 11 साल की भाजपा सरकार को यह बताना होगा कि रेवाड़ी की प्यास बुझाने के लिए अब तक क्या किया गया है। कांग्रेस पार्टी रेवाड़ी की जनता के हक की लड़ाई मजबूती से लड़ेगी और भाजपा की जनविरोधी नीतियों को उजागर करती रहेगी।