रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की बिक्री की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
आईपीएल 2026 सीजन से पहले डील का पूरा होना
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की बिक्री की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। भारतीय खेल जगत में यह एक महत्वपूर्ण डील मानी जा रही है। हाल ही में चर्चा हुई थी कि वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट आरसीबी को लगभग 17,000 करोड़ रुपये में खरीदने की योजना बना रही है।
आरसीबी की टीम ने इस संबंध में डियाजियो पीएलसी की भारतीय शाखा यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड द्वारा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को एक पत्र भेजा है। इस पत्र में बताया गया है कि वे अपनी सहायक कंपनी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में किए गए निवेश की समीक्षा कर रहे हैं। यह प्रक्रिया आरसीबी की पुरुष और महिला दोनों टीमों के लिए होगी और कंपनी को उम्मीद है कि यह समीक्षा 31 मार्च 2026 तक पूरी हो जाएगी।
आरसीबी का इतिहास और मूल्यांकन
आरसीबी की स्थापना 2008 में हुई थी। उस समय इसे विजय माल्या ने 111.6 मिलियन डॉलर में खरीदा था, जो तब लगभग 476 करोड़ रुपये के बराबर था। यह उस समय की दूसरी सबसे महंगी आईपीएल टीम थी। 2014 में डियाजियो ने आरसीबी में बड़ी हिस्सेदारी खरीदी और 2016 में माल्या के बाहर होने के बाद पूरी मालिकाना हक डियाजियो के पास आ गया।
पहले आरसीबी के मालिक विजय माल्या थे, लेकिन जब वे कानूनी समस्याओं में फंसे, तो डियाजियो ने उनकी शराब कंपनी के साथ-साथ आईपीएल टीम आरसीबी को भी खरीद लिया।
आईपीएल खिताब के बाद की दुखद घटना
4 जून को आरसीबी ने अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीती थी। इस जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए। यह घटना राजनीतिक मुद्दा बन गई थी। इस घटना के बाद विराट कोहली जैसे प्रमुख खिलाड़ियों ने निराशा व्यक्त की और कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ट्रॉफी जीत का जश्न इस तरह की दुखद घटना के साथ समाप्त होगा।