रोहतक में साइबर ठगी: इंजीनियर की पत्नी से 11.99 लाख रुपये की धोखाधड़ी
साइबर ठगी का मामला
रोहतक की गृहिणी साक्षी के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने टेलीग्राम पर पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर 11.99 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।
साक्षी के पति एक बायोमेडिकल इंजीनियर हैं। यह घटना साइबर अपराध के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता को दर्शाती है।
टेलीग्राम पर धोखाधड़ी की शुरुआत
12 मई को साक्षी को टेलीग्राम पर कनविका नामक एक लिंक प्राप्त हुआ, जिसमें पार्ट टाइम जॉब की पेशकश की गई थी। हालांकि, उन्होंने पहले इसे नजरअंदाज कर दिया, लेकिन 9 जून को फिर से एक संदेश आया।
ठगों ने उन्हें टूरिस्ट स्थानों के रिव्यू का काम बताकर एक फॉर्म भरवाने के लिए कहा। पहले 872 रुपये उनके खाते में जमा किए गए। लालच में आकर साक्षी ने 10,000 रुपये जमा किए, जिसके बदले में उन्हें 17,000 रुपये दिखाए गए। इस प्रकार, ठगों ने 13 से 15 जून के बीच 6 बार में कुल 11.99 लाख रुपये ठग लिए।
पुलिस की कार्रवाई और शिकायत
साक्षी ने साइबर ठगी की शिकायत साइबर थाने में दर्ज कराई। साइबर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
ठगों ने साक्षी को निवेश के लालच में फंसाया। पुलिस अब टेलीग्राम चैट और लेन-देन की जानकारी की जांच कर रही है। साक्षी की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
साइबर ठगी से बचने के लिए तुरंत कार्रवाई करें। किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। ठगी का शिकार होने पर 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। बैंक को सूचित कर लेन-देन को ब्लॉक करवाएं।
पुलिस में शिकायत करते समय स्क्रीनशॉट, चैट और बैंक विवरण जैसे साक्ष्य जमा करें। साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता आवश्यक है। अनजान जॉब ऑफर से सावधान रहें।