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लंदन में यौन अपराधी को मिली सजा, पुलिस की मेहनत से रोका गया खतरा

लंदन की अदालत ने नवरूप सिंह को गंभीर यौन अपराधों में दोषी ठहराया है, जिसमें 13 साल से कम उम्र की लड़की के साथ दुष्कर्म शामिल है। पुलिस ने इस मामले को महत्वपूर्ण मानते हुए ठोस सबूत जुटाए और आरोपी को गिरफ्तार किया। इस केस ने यह साबित किया है कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकना पुलिस की प्राथमिकता है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की मेहनत के बारे में।
 

नवरूप सिंह का दोषी ठहराया जाना

लंदन की अदालत ने नवरूप सिंह को पांच गंभीर अपराधों में दोषी पाया है। इनमें 13 वर्ष से कम उम्र की एक लड़की के साथ दुष्कर्म, शारीरिक हमला, एक महिला के साथ दुष्कर्म का प्रयास और नकली हथियार रखने के आरोप शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले को 'महत्वपूर्ण' करार दिया और कहा कि इस सजा से एक खतरनाक यौन अपराधी को रोका गया है।


पुलिस की सराहना

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्टिंग चीफ सुपरिंटेंडेंट सीन लिंच ने पीड़ितों और उनके परिवारों की हिम्मत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस फैसले से यह स्पष्ट होता है कि हमारी जांच टीम की मेहनत और सटीकता ने एक गंभीर यौन अपराधी को पकड़ने में मदद की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक रिपोर्ट और गवाहों के बयानों के माध्यम से ठोस सबूत जुटाए और आरोपी को ट्रैक किया।


जांच की शुरुआत

पहली घटना और जांच की शुरुआत

जांच अक्टूबर 2023 में शुरू हुई, जब एक 20 वर्षीय महिला ने दुष्कर्म के प्रयास की शिकायत दर्ज कराई। यह घटना ईलिंग, वेस्ट लंदन के साउथॉल पार्क के पास हुई थी, जहां महिला को कुछ पुलिसकर्मी मिले और उन्होंने उसे नजदीकी थाने ले जाया।

नवरूप सिंह उस दिन सुबह पार्क की बेंच पर बैठा था और उसने अपने द्वारा बनाए गए नकली हथियार से महिला को डराया और दुष्कर्म करने की कोशिश की।


दूसरी घटना का खुलासा

बच्ची से किया दुष्कर्म

पहली शिकायत के बाद, एक और घटना में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की सूचना मिली। यह घटना एक अन्य पार्क में हुई, लेकिन पुलिस ने दोनों मामलों में समानता देखी। इससे उन्हें संदेह हुआ कि अपराधी एक ही हो सकता है। इसके बाद पुलिस ने अपने संसाधनों को बढ़ाया और अतिरिक्त फॉरेंसिक सबूत इकट्ठा किए। उन्होंने नवरूप सिंह के घर के आसपास पर्चे बांटे, गवाहों से अपील की और इलाके में गश्त बढ़ाई, जिससे वे आरोपी तक पहुंचे और उसे गिरफ्तार किया।


महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान

महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि

मेट पुलिस ने कहा कि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकना उनकी प्राथमिकता है। वे लगातार प्रयास कर रहे हैं कि ऐसे खतरनाक अपराधियों को पकड़ा जाए, जो अक्सर अन्य अपराधों में भी लिप्त रहते हैं। यह मामला इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक सतर्क और समर्पित पुलिस टीम किसी भी अपराधी को पकड़ सकती है, चाहे वह कितना भी शातिर क्यों न हो।